बदायूं: CBCID के पत्र से शिक्षक नेता की बढ़ी मुश्किलें, स्कूलों में शौचालय बनाने को मिली धनराशि गबन करने का है आरोप

बदायूं: CBCID के पत्र से शिक्षक नेता की बढ़ी मुश्किलें, स्कूलों में शौचालय बनाने को मिली धनराशि गबन करने का है आरोप

बदायूं, अमृत विचार: शिक्षक नेता और प्रधानाध्यापक पर गबन के आरोप हैं। जिसकी जांच उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली के द्वारा की जा रही है। जांच कर रही एजेंसी द्वारा बीएसए से शिक्षक नेता और प्रधानाध्यापक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करने के लिए बीएसए से अनुमति मांगी है। जांच एजेंसी द्वारा इससे पूर्व भी बीएसए को पत्र भेज कर अनुमति मांगी जा चुकी है। 

परंतु शिक्षक नेता को बचाने के चक्कर में आज तक पत्र का जवाब नहीं दिया गया। जांच एजेंसी का पत्र मिलने के बाद शिक्षक नेता को बचाने के लिए अनुमति न देकर फाइलों को उलट पुलट किया जा रहा है।

प्रकरण काफी पुराना है। प्राथमिक शिक्षक के जिला अध्यक्ष संजीव शर्मा बीते वर्ष 2008 में जगत ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल गिधौल में कार्यरत थे। चूंकि ग्राम पंचायत बड़ी होने पर उसमें कई मजरा शामिल हैं। इनमें संचालित स्कूलों में शौचालय निर्माण के लिए शासन की ओर से दो लाख 55 हजार रुपये ग्राम पंचायत को आवंटित किए गए थे। शौचालय निर्माण के लिए शिक्षक नेता संजीव शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 

आरोप है कि इनके द्वारा शौचालय का निर्माण न कर धनराशि को निजी कार्यों में खर्च कर लिया गया। जिसकी शिकायत पर बीएसए द्वारा दूसरे ब्लॉक के बीईओ के नेतृत्व में समिति गठित कर जांच कराई। बताया जाता है कि जांच शुरु होते ही शिक्षक नेता संजीव शर्मा ने शौचालय के नाम पर ढांचे खड़े कराकर फोटो खिंचवाकर जांच अधिकारियों को मुहैया करा दिए। 

परंतु जांच अधिकारियों ने इन्हें आरोपी मानते हुए रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी। लेकिन इस प्रकरण को वहीं दबा दिया गया। बताया जाता है कि इसी बीच ब्लॉक जगत में कार्यरत खंड शिक्षा अधिकारी से उनकी अनबन हो गई। उनके द्वारा उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली से शिकायत कर जांच की मांग की गई। उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली के द्वारा जांच किए जाने पर शिक्षक नेता संजीव शर्मा और वहां की प्रधानाध्यापक रामस्नेही और शिक्षिका निर्मला देवी को  आरोपी मानते हुए रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। 

रिपोर्ट दर्ज होने के बाद जांच एजेंसी को न्यायालय में इनके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल करना है। जिसकी अनुमति मांगी  गई है। इसके लिए जांच एजेंसी कई बार पत्र बीएसए कार्यालय भेज चुकी है। लेकिन शिक्षक नेता को बचाने के चलते आज तक जवाब नहीं दिया गया। अब फिर से जांच एजेंसी ने बीएसए को पत्र भेजकर आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए अनुमति मांगी है। पत्र को आए हुए एक सप्ताह से अधिक का समय गुजर चुका है। लेकिन जांच एजेंसी को न अनुमति दी गई है और न ही जवाबी पत्र भेजा गया है।

वर्तमान में इन स्कूलों में कार्यरत
शौचालय में 2.55 लाख का गबन करने के आरोपी शिक्षक नेता संजीव शर्मा वर्तमान में जगत ब्लॉक के संविलियन विद्यालय आरिफपुर नवादा और रामस्नेही गिधौल व निर्मला देवी प्राथमिक स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत हैं।

प्रकरण काफी पुराना है। मेरे द्वारा कोई गबन नहीं किया गया। शौचालय निर्माण के लिए कोई धनराशि उन्हें प्राप्त नहीं हुई। उस समय गांव के प्रधान और बैंक द्वारा लिख कर भी दिया है। यह प्रकरण कोर्ट में भी विचाराधीन है। जिस पर स्टे है- संजीव शर्मा, जिला अध्यक्ष शिक्षक संघ

शिक्षक संजीव सहित दो और लोगों पर लगे गबन के आरोप में  उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान बरेली द्वारा जांच कर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल करने के लिए अनुमति मांगी है। प्रकरण पुराना है। पत्रावलियों का अवलोकन करने के बाद जांच एजेंसी को जवाब भेजा जाएगा- स्वाती भारती, बीएसए

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