बरेली: राणा और आदित्य उपाध्याय के निरस्त होंगे शस्त्र लाइसेंस, गोलीकांड मामले में DM ने SSP से तलब की रिपोर्ट

राणा पर है रायफल और आदित्य पर दोनाली बंदूक का लाइसेंस

बरेली: राणा और आदित्य उपाध्याय के निरस्त होंगे शस्त्र लाइसेंस, गोलीकांड मामले में DM ने SSP से तलब की रिपोर्ट

बरेली, अमृत विचार। प्लॉट पर कब्जे के लिए पीलीभीत बाईपास पर गोलीबारी करने वाले सभी लोगों के असलहों के लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। इसके लिए डीएम रविंद्र कुमार ने एसएसपी अनुराग आर्य से रिपोर्ट तलब की है। पुलिस ने यह रिपोर्ट तैयार करनी शुरू कर दी है।

पीलीभीत बाईपास पर प्लॉट पर कब्जे के लिए 22 जून को दोनों पक्षों के बीच 100 राउंड से ज्यादा गोलियां दागी गई थीं। इस मामले में शासन ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इनमें एक पक्ष राजीव राणा और दूसरा आदित्य उपाध्याय का था। राणा के पास राइफल है और आदित्य उपाध्याय के पास दोनाली बंदूक। राणा के गुर्गों ने तमंचों से फायरिंग की थी।

राणा की राइफल और आदित्य की दोनाली बंदूक का लाइसेंस निरस्त करने के लिए डीएम ने एसएसपी से रिपोर्ट मांगी की है। दूसरे आरोपियों के पास लाइसेंसी शस्त्र हैं या नहीं इसकी भी पुलिस जांच कर रही है। पुलिस अब तक राणा पक्ष के ललित सक्सेना, हिस्ट्रीशीटर केपी यादव, सुभाष लोधी, हथियार सप्लायर मोहम्मद हुसैन उर्फ गोला घोसी और धनुष यादव उर्फ गुर्गा को गिरफ्तार कर चुकी है।
संजय राणा का अब तक नहीं लगा कोई सुराग

गोलीकांड के मुख्य आरोपियों में शामिल रहे राजीव राणा का भाई संजय राणा गोलीकांड के बाद फरार है। एसओजी समेत पुलिस की पांच टीमें उसकी तलाश कर रही है लेकिन गिरफ्तारी तो दूर, पुलिस उसके बारे में कोई खास जानकारी तक नहीं जुटा पाई है। लगातार दबिश देने का दावा जरूर किया जा रहा है। दूसरी तरफ केस में बाद में शामिल किए गए आरोपियों की भी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही हैं। पुलिस ने अभी तक कुल पांच कारें बरामद कर चुकी है।

पर्दे के पीछे रहे लोगों की रिपोर्ट बना रहा खुफिया विभाग
गोलीकांड के बाद खुफिया विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट शासन और मुख्यालय भेजी थी। अब खुफिया विभाग गोलीकांड में हुए अब तक हुई कार्रवाई के बारे में भी रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इसमें उन आरोपियों का भी जिक्र होगा जिन्होंने इस घटना में पर्दे के पीछे रहकर भूमिका निभाई है। रिपोर्ट में पुलिस की तरफ से अब तक की गई कार्रवाई की भी जानकारी दी जाएगी।

कई नामजद और 150 के करीब अज्ञात पर एफआईआर है। घटना में अगर लाइसेंसी असलहों का दुरुपयोग हुआ है तो जांच रिपोर्ट के आधार पर शस्त्र निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है - रविंद्र कुमार, डीएम

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