बरेली: बीडीओ साहब बड़े अधिकारी हैं...50-60 हजार से कम थोड़े ही लेंगे

ब्लॉक मिशन मैनेजर और महिला समूह की सचिव के बीच फोन पर कमीशन के लेनदेन की बातचीत की जांच में पुष्टि

बरेली: बीडीओ साहब बड़े अधिकारी हैं...50-60 हजार से कम थोड़े ही लेंगे

शब्या सिंह तोमर/बरेली, अमृत विचार। भोजीपुरा में महिला स्वयं सहायता समूह को मिले भुगतान में से बीडीओ के लिए कमीशन मांगने के आरोप की पुष्टि हो गई है। समूह की सचिव और ब्लॉक मिशन मैनेजर की इस मामले में फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आया था। इसके बाद मामले की जांच जिला गन्ना अधिकारी को सौंपी गई थी जिन्होंने सोमवार को अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है। इसमें उन्होंने इस प्रकरण आर्थिक अपराध श्रेणी का बताते हुए सक्षम एजेंसी से इसकी विस्तृत जांच कराने की सिफारिश की है।

भोजीपुरा का बालाजी महिला स्वयं सहायता समूह ड्राई राशन के उठान और वितरण का काम करता था जिसकी एवज में पिछले साल उसे शासन से करीब सवा लाख रुपये का भुगतान भेजा गया था। ब्लॉक पर यह पैसा आने के बावजूद काफी समय तक समूह को भुगतान नहीं किया गया। इसी बीच ब्लॉक मिशन मैनेजर पूनम राजपूत और महिला समूह की सचिव अनीता के बीच फोन पर हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया।

इस ऑडियो में पूनम राजपूत भुगतान के लिए अनीता से लेनदेन की बात कर रही थीं। अनीता 10-15 हजार रुपये में मामला निपटाने का आग्रह कर रही थीं जिसके जवाब में पूनम का कहना था कि बीडीओ बड़े अधिकारी हैं। वह 50-60 हजार से कम नहीं लेंगे।

बीडीओ पर कमीशन के लिए भुगतान रोकने का आरोप लगा तो उन्होंने खुद इसकी जांच कराई लेकिन इस जांच का कोई नतीजा नहीं निकला। इस बीच शासन ने इस मामले का संज्ञान लेकर डीएम को जांच कराने का निर्देश दिया। इसके बाद जिला गन्ना अधिकारी यशपाल सिंह को वायरल ऑडियो की जांच सौंपी गई थी। एक बार उनकी जांच रिपोर्ट को अधूरा बताकर वापस कर दिया गया। अब मंगलवार को उन्होंने दोबारा रिपोर्ट सौंपी है। इसमें उन्होंने लेनदेन की बातचीत के ऑडियो को सही बताया है। रिपोर्ट में यह भी जिक्र है कि समूह की सचिव अनीता और ब्लॉक मिशन मैनेजर पूनम राजपूत ने भी इस ऑडियो में हुई बातचीत को स्वीकार किया है।

जांच रिपोर्ट में पूनम के उस बयान का भी जिक्र किया गया है जिसमें उन्होंने कहा कि अनीता समूह की सदस्यों को पैसा नहीं देना चाहती थीं। वह उनसे पैसे लेकर पूरा भुगतान उन्हें करने और बीडीओ के सामने मामले को संभालने की बात कह रही थीं। लेकिन समूह की बाकी सदस्यों ने अपने बयान में पूनम के इस आरोप का खंडन कर दिया।

अनीता ने अपने बयान में बताया कि उन्हें राशन वितरण का काम छीनने की धमकी दी जा रही थी। इसी एवज में पूनम ने उनसे 50 हजार रुपये ले लिए। उनसे कहा था कि यह पैसा बीडीओ को दिया जाएगा। जिला गन्ना अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट में इसे आर्थिक अपराध की श्रेणी का मामला बताते हुए इसकी जांच किसी सक्षम एजेंसी से कराने की सिफारिश की है।

कमीशन का मामला सुर्खियों में आया तो बीडीओ ने दूसरी ब्लॉक मिशन मैनेजर को फंसा दिया
आरोप लगा था कि ब्लॉक मिशन मैनेजर पूनम राजपूत के बीडीओ के लिए कमीशन मांगने का मामला सुर्खियों में आया तो बीडीओ ने उसे दबाने के लिए दूसरी ब्लॉक मिशन मैनेजर कविता गंगवार को एक पुराने मामले में फंसा दिया। उन्हें गबन का आरोपी बताते हुए उनके खिलाफ एफआईआर भी लिखवा दी। कविता ने इस मामले में हाईकोर्ट से लेकर महिला और मानवाधिकार आयोग तक चक्कर काटे थे। कई बार उनकी शिकायतों पर जांच भी हो चुकी है। पिछली बार शासन ने इस बारे में भी डीएम को जांच कराकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे। हाईकोर्ट और मानवाधिकार आयोग से भी कई बार निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

हमारे स्तर की जांच पूरी हो गई है। इसमें पुष्टि हुई है कि आडियो में वाकई लेनदेन की बात हुई थी। अब आगे यह पता लगाने का काम जांच एजेंसियों का है कि किसने पैसा लिया और किसने नहीं, लिया तो कितना लिया -यश पाल सिंह,जिला गन्ना अधिकारी

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