पीलीभीत: क्लीन फल और सब्जी मार्केट की होगी स्थापना, खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में डीएम ने दिए निर्देश

पीलीभीत: क्लीन फल और सब्जी मार्केट की होगी स्थापना, खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक में डीएम ने दिए निर्देश

पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद में क्लीन स्ट्रीट फूड मुहैया कराने को क्लीन एंड फ्रेश फल एवं सब्जी मार्केट की स्थापना की जाएगी। इससे संबंधित निर्देश डीएम ने जिलास्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट को दिए। बैठक के दौरान डीएम ने औषधि निरीक्षण से नशीली दवा बिक्री करने वाले मेडिकल स्टोर एवं उन पर की गई कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी, लेकिन वे इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं दे सकी। जिस पर डीएम ने खासी नाराजगी जताई।

गांधी सभागार में शनिवार को डीएम संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता जिला स्तरीय खाद्य सुरक्षा सलाहकार समिति की हुई। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त खाद्य शशांक त्रिपाठी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 में विभाग द्वारा डाले गए छापे, संग्रहित नमूने, न्यायालय में दायर वाद एवं अन्य प्रवर्तन कार्रवाई की जानकारी दी। इस दौरान डीएम ने धार्मिक स्थलों के आसपास खाद्य पदार्थ (प्रसाद सामग्री) के स्टॉल संचालकों को साफ-सफाई एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थों की बिक्री के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने कहा कि विद्यालयों में पेरेंट्स-टीचर मीटिंग के दिन खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के माध्यम से अभिभावकों को विद्यार्थियों के लंच बॉक्स में स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थ भेजने के लिए प्रेरित किया जाए। सहायक आयुक्त खाद्य ने बताया कि जनपद में 312 एल्कोहोलिक बेवरेज की दुकानों में से 264 दुकानों द्वारा खाद्य सुरक्षा विभाग का लाइ‌सेंस प्राप्त कर लिया। शेष बची 48 दुकानों द्वारा लाइसेंस प्राप्त नहीं किया है। 

इस पर डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी को एल्कोहोलिक बेवरेज की शेष दुकानों को खाद्य सुरक्षा विभाग के लाइसेंस से आच्छादित किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में डीएम ने सिटी मजिस्ट्रेट को नगर पालिका के माध्यम से शीघ्र ही जनपद में क्लीन स्ट्रीट फूड के लिए क्लीन एंड फ्रेश फल एवं सब्जी मार्केट की स्थापना कराने के निर्देश दिए। 

बैठक के दौरान डीएम ने औषधि निरीक्षक नेहा वैश्य से शिक्षण संस्थाओं के आसपास नशीली दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोर की सूची और उन पर की गई कार्रवाई से अवगत कराने को कहा, लेकिन औषधि निरीक्षक इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं दे सकी। जिस पर डीएम ने नाराजगी जताई।

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