Bareilly News: तीनों डॉक्टर क्यों गए कॉलेज की छत पर, होगी जांच
कानपुर/बरेली, अमृत विचार। मेडिकल कॉलेज की छत पर डॉ. दीक्षा तिवारी और उनके दोनों साथी डॉ. हिमांशु और डॉ. मयंक कैसे और क्यों गए, इसकी जांच पुलिस और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की टीम भी करेगी। कॉलेज की उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरी ने विभागीय जांच के लिए कमेटी गठन करने की बात कही है।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के परीक्षा भवन की पांचवीं मंजिल की छत से गिरकर बरेली निवासी डॉ. दीक्षा तिवारी की मौत हो गई। डॉ. दीक्षा कॉलेज में वर्ष 2018 बैच की पैरा एम-टू की छात्रा थी। डॉ. दीक्षा ने वर्ष 2023 में एमबीबीएस उत्तीर्ण करने के बाद वर्ष 2024 में इंटर्नशिप यहीं से की थी। मेडिकल कॉलेज की उप प्राचार्य प्रो. रिचा गिरी ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे पुलिस को कॉलेज के परीक्षा भवन की छत से एक छात्रा के गिरने की सूचना मिली।
सुरेश शर्मा नगर स्थित घर पर सिर्फ दादी मौजूद, हादसे की भनक नहीं
मूलरूप से जसवंत नगर इटावा के गांव अजनौरा निवासी रघुवीर तिवारी सेना में मेजर के पद पर तैनात रहे। उन्होंने सुरेश शर्मा नगर में मकान बनवा लिया था। उनके निधन के बाद से उनके बड़े बेटे प्रदीप तिवारी प्रिंटिंग प्रेस का कारोबार करने लगे। साथ ही यहां पर अपनी पत्नी अनीता, पुणे में इंजीनियर बेटे मयंक तिवारी और 24 वर्षीय इकलौती बेटी दीक्षा तिवारी और मां सावित्री के साथ रह रहे हैं। हादसे की खबर मिलते ही पूरा परिवार रिश्तेदारों के साथ कानपुर निकल गया। घर में सिर्फ सावित्री देवी मौजूद हैं, जिन्हें हादसे की जानकारी भी नहीं दी गई है।
दादी सावित्री पड़ोसियों से बार-बार सभी के जाने का पूछ रहीं कारण
पड़ोस में रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि डॉ. दीक्षा की दादी सावित्री घर में अकेली हैं। हादसे की जानकारी होने के बाद पूरा परिवार कानपुर गया है। ऐसे में कुछ अनहोनी की आशंका से सावित्री पड़ोसियों से बार-बार सभी के अचानक जाने का कारण पूछ रही हैं। जबकि, पड़ोसी हर बार यही कह कर टाल दे रहे हैं कि उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
ये भी पढे़ं- Bareilly News: टोल प्लाजा पर कर्मचारियों से मारपीट और तोड़फोड़, एक नामजद समेत 25 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज