पीलीभीत: उत्तराखंड-मेरठ और मुजफ्फरनगर में पुलिस ने डाला डेरा, दुकान में मिला डीवीआर... जानिए पूरा मामला

पीलीभीत: उत्तराखंड-मेरठ और मुजफ्फरनगर में पुलिस ने डाला डेरा, दुकान में मिला डीवीआर... जानिए पूरा मामला

पीलीभीत, अमृत विचार: किराना व्यापारी सुनील गुप्ता के घर हुई डकैती के खुलासे के लिए दौड़भाग कर रही पुलिस की टीमें को कुछ राहत मिल सकी है। डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) पुलिस के हाथ लगा है। 

डीवीआर में सीसीटीवी कैमरे का डाटा स्टोर होता है। ऐसे में पुलिस ने उसे चेक किया तो सीसीटीवी फुटेज में डकैत घर में घुसने से लेकर बाहर आते दिखाई दे रहे हैं। उनकी धरपकड़ के लिए अब पुलिस ने उत्तराखंड, पश्चिमी यूपी के मेरठ और मुजफ्फरनगर जिलों में डेरा डाल दिया है। फिंगर प्र्रिंट, फुट प्रिंट भी जुटाए हैं। ये स्पष्ट है कि डकैती करने वाला गिरोह बाहर का था। लेकिन स्थानीय स्तर पर भी कोई है, जिसने घर की रैकी की। पुलिस रैकी करने वाले की भी तलाश कर रही है।

कोतवाली क्षेत्र के रम्पुरा तालुके महारजपुर में हाईवे पर सुनील गुप्ता का मकान है। घर के निचले हिस्से पर उनकी किराना की थोक की दुकान है। मंगलवार रात डकैतों ने असलहों के बल पर परिवार को बंधक बनाकर डाका डाला था। 450 ग्राम सोना, 500 ग्राम चांदी और नकदी समेत करीब 40 लाख की डकैती बताई गई थी। 

एक दिन पूर्व आईजी डॉ. राकेश सिंह ने व्यापारी के घर पहुंचकर निरीक्षण किया था। बाद में कोतवाली में घटना और जांच की समीक्षा कर अतिशीघ्र घटना के खुलासे के निर्देश दिए थे। स्थानीय पुलिस के मुताबिक घटना के खुलासे के लिए चारों टीमें जुटी हैं। तीन थानों की फोर्स लगी है। जिले में पुलिस के उच्चाधिकारी, एसपी, एएसपी खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इ

सके लिए पश्चिमी यूपी के कई जिलों की पुलिस से इस तरह की डकैती की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का ब्योरा मांगा गया है।गिरोह, शातिर बदमाशों की फोटो मंगाकर पीड़ित से पहचान जारी कराने का प्रयास जारी है। ये अलग बात है कि 72 घंटे बाद भी डिजिटल सुराग के अलावा पुलिस के पास कोई ठोस साक्ष्य अब तक नहीं है। 

व्यापारी की दुकान में आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। डकैतों ने कैमरों की फुटेज जब्त करने के लिए दुकान खुलवाकर डीवीआर निकाली थी। हालांकि इसके बजाय वे दूसरा बॉक्स ले गए। बताते हैं कि पुलिस ने दुकान से डीवीआर बरामद की। जिसे चेक करने पर सीसीटीवी फुटेज में डकैत और उनकी कार दिखाई दी है। इसी के आधार पर पड़ताल तेज की गई है।

सर्विलांस और एसओजी टीम के सहारे
डकैती के खुलासे के लिए सर्विलांस और एसओजी की टीम काफी एक्टिव है। दोनों टीमें डिजिटल डाटा और टेक्नोलॉजी के जरिये अपराधियों तक पहुंचने में जुटी हैं। अब तक की जांच में जहां तक अपराधी ट्रेस हुए हैं। उससे पुलिस अधिकारी भी ये मान रहे हैं कि लुटेरे काफी शातिर हैं। उन्होंने मजबूत प्लानिंग के साथ घटना को अंजाम दिया है। पुलिस को गुमराह करने के लिए इधर-उधर कुछ साक्ष्य छोड़े हैं। हालांकि पुलिस घटना के पैटर्न का एनालिसिस करके जांच में आगे बढ़ रही है।

व्यापारी के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ाई
घटना को अंजाम देते वक्त डकैतों ने पुलिस में शिकायत पर परिवार को खत्म करने की धमकी दी थी। जिसके बाद परिवार डरा सहमा हुआ है। व्यापारी ने दुकान खोलना भी शुरू कर दी थी लेकिन कही न कहीं परिवार भयभीत है। ऐसे में पुलिस ने व्यापारी सुनील गुप्ता के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है। कोतवाल प्रवीण कुमार ने बताया कि रात में खुद सुरक्षा का जायजा लिया है। कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है।

व्यापारी के परिवार से छीने मोबाइल फेंके
डकैतों ने सुनील गुप्ता के परिवार से दो मोबाइल छीने थे। दोनों रास्ते में अलग-अलग जगह पर फेंके हैं। बैट्री डाउन होने से दोनों फोन स्वीच ऑफ हो गए हैं। डकैत रम्पुरा से पूरनपुर नगर की तरफ आए। हाईवे पकड़कर खमरिया पट्टी गांव पहुंचे। यहां बाईपास से फिर नगर की तरफ आए, जहां से माधोटांडा होकर निकले होंगे। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। शायद इसीलिए टोल प्लाजा पर उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं हुई है।

व्यापारी नेता एसपी से मिले, जल्द खुलासे की मांग
घटना को लेकर व्यापारी नेता भी  आगे आए हैं। शुक्रवार को उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के व्यापारियों ने पुलिस लाइन पहुंचकर एसपी से मुलाकात की। जिसमें घटना का शीघ्र खुलासा करने की मांग की गई। अब तक की गई कार्रवाई के बारे में भी जाना। पीलीभीत में गल्ला मंडी में नकब लगाकर हुई चोरियों के मामले को भी प्रमुखता से लेकर खुलासा करने और पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की गई। 

मझोला के व्यापारी विजेंद्र भाटिया के घर हुई चोरी का खुलासा न होने पर भी नाराजगी जताई। एसपी अतुल शर्मा ने आश्वस्त किया है कि पुलिस जल्द खुलासा करेगी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अफरोज जिलानी, युवा विंग के प्रदेश अध्यक्ष कपिल अग्रवाल, आशीष लोधी, शैली शर्मा, राकेश मित्तल, नन्द किशोर कश्यप, सलीम इदरीसी, निखिल राजपूत,शुभम सक्सेना, दीपक रस्तोगी, सुनील वर्मा आदि मौजूद थे।

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