बरेली: अतिक्रमण मुक्त शहर... इस बार डीएम का एलान

नगर निगम अधिकारियों की बैठक लेकर प्रशासन के साथ पूरे शहर में अभियान चलाने का दिया निर्देश

बरेली: अतिक्रमण मुक्त शहर... इस बार डीएम का एलान

बरेली, अमृत विचार । नगर निगम के अफसर अतिक्रमण हटाने के दावे और उसकी अनदेखी दोनों कई साल से एक साथ करते आ रहे हैं लेकिन अब जिला प्रशासन ने शहर को अतिक्रमणमुक्त बनाने की तैयारी शुरू की है। तय हुआ है कि नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगी और इसके बाद पुलिस को जिम्मेदारी दी जाएगी कि जहां अतिक्रमण हटा है, वहां दोबारा न हो।

शहर को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए अभियान चलाने के निर्देश जिलाधिकारी रवींद्र कुमार की ओर से दिए गए हैं। उन्होंने रविवार रात नगर निगम के अधिकारियों के साथ की बैठक में कहा कि अतिक्रमण हटाने के अभियान में नगर निगम की टीम के साथ प्रशासन भी शामिल रहेगा। इस बैठक में इस बात पर भी काफी जोर दिया गया कि हटाया गया अतिक्रमण दोबारा बहाल न हो, इसके लिए सख्ती से इंतजाम किए जाएं। ऐसा न हो कि एक जगह अतिक्रमण हटाने के लिए टीम को बार-बार जाना पड़े। बताया जा रहा है कि कुतुबखाना पुल बनने के बावजूद इस इलाके में लगातार जाम लगने को लेकर प्रशासन गंभीर है।

थाना प्रभारियों को हर हाल में देनी होगी पुलिस फोर्स
नगर निगम की टीम की ओर से अक्सर यह बहाना बनाकर अतिक्रमण विरोधी अभियान स्थगित कर दिया जाता है कि उसे पर्याप्त पुलिस फोर्स उपलब्ध नहीं कराई जा रही है लेकिन इस अभियान में ऐसा नहीं होगा। बैठक में निर्देश दिया गया कि निर्धारित तिथि पर पुलिस का इंतजाम थाना प्रभारी को करना होगा। अतिक्रमण हटने के बाद चौकी प्रभारी को बराबर नजर रखनी होगा कि उनके इलाके में जहां से अतिक्रमण हटा है, वहां पर दोबारा न हो। इसके लिए डीएम और सिटी मजिस्ट्रेट स्तर पर पुलिस की जिम्मेदारी तय की जाएगी।

अतिक्रमण हटाने को चलेगा अभियान 
नगर निगम और प्रशासन संयुक्त रूप से शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाएगा। इसकी योजना तैयार कर ली गई है। पूरा जोर इस बात पर रहेगा कि जिस जगह एक बार अतिक्रमण हट गया है, वहां दूसरी बार न हो। यह जिम्मेदारी पुलिस को दी जाएगी। - मयंक यादव, संयुक्त नगर आयुक्त

योजना
किस मार्ग पर किस दिन अभियान चलेगा, इसे पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा ताकि अतिक्रमण करने वालों को इसकी जानकारी न मिले।अभियान के तहत सबसे पहले उन इलाकों से अतिक्रमण हटाया जाएगा, जहां पर ज्यादा भीड़ रहने से लोगों को परेशान होना पड़ता है। जिन इलाकों में भारी अतिक्रमण है, वहां हर तीसरे दिन उसे हटाया जाएगा ताकि इलाके को पूरी तरह अवैध कब्जों से मुक्त किया जा सके।


चुनौती

कई इलाकों में सियासी सरपरस्ती की वजह से अतिक्रमण रहता है, नगर निगम की टीम इसे हटाने की हिम्मत नहीं कर पाती है। शहर की प्रमुख सड़कों पर नगर निगम के कर्मचारियों और पुलिस की शह पर कब्जे हैं, यहां भी कब्जे हटाने की कार्रवाई नहीं चल पाती। अस्पताल रोड समेत कई व्यावसायिक इलाकों में अवैध फड़ और ठेले ठेकेदार लगवाते हैं। अवैध साप्ताहिक बाजार भी ऐसे ही लगते हैं।