शाहजहांपुरः थाने में पंचायत के बाद किसान ने की आत्महत्या, पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल

शाहजहांपुरः थाने में पंचायत के बाद किसान ने की आत्महत्या, पुलिस की भूमिका पर उठे सवाल

पुवायां/शाहजहांपुर, अमृत विचार। बेची गई जमीन को लेकर कोतवाली में हुई पंचायत से उठकर घर गए किसान ने जहर खा लिया। परिजन उसे लेकर निजी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। किसान के अचानक जहर खाने से पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। 

कहा जा रहा है कि आखिर कोतवाली में किसान के साथ ऐसा क्या हुआ कि लौटकर घर आने पर उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। हालांकि पुलिस कर्जदारों से परेशान होकर जहर खाने की आशंका जता रही है। पुलिस का कहना है कि किसान पर कई लोगों का कर्ज था, जिसके चलते वह परेशान चल रहा था। इसी कारण उसने आत्महत्या कर ली।
     
जेवा गांव के किसान श्रवण शुक्ला (45) ने 19 अगस्त को कोतवाली में तहरीर देकर बताया था कि उसने नाहिल गांव निवासी एक व्यक्ति के हाथ दो बीघा जमीन बेची थी, जिसकी कीमत चार लाख रुपये तय थी। उसे जमीन की पूरी कीमत नहीं मिल पाई। पुलिस से उसने जमीन की पूरी कीमत दिलाने की मांग की थी। 

जिसके बाद बुधवार दोपहर को कोतवाली में दोनों पक्षों को बुलाकर पंचायत कराई जा रही थी। किसान श्रवण पंचायत से अचानक चला गया। इसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी घर चले गए। शाम पांच बजे श्रवण ने जहरीला पदार्थ खा लिया है। परिजन उन्हें लेकर राजीव चौक स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

तीन बजे कोतवाली से गया और पांच बजे जहर खा लिया

किसान श्रवण कुमार के गांव के लोगों ने बताया कि कोतवाली जाने से पहले वह बिलकुल ठीक थे। उन्हें ऐसी कोई परेशानी नहीं थी कि वह अपनी जान लेने की सोचते भी। बेची गई जमीन का पूरा पैसा क्रेता नहीं दे रहा था, जिसको लेकर उन्होंने कोतवाली में तहरीर दी थी। पुलिस ने उन्हें व दूसरे पक्ष को कोतवाली बुलाया था ताकि प्रकरण का निराकरण हो सके। 

किसान कोतवाली पहुंचा और लगभग तीन बजे वह कोतवाली से चला आया। आने के बाद शाम लगभग पांच बजे उसने जहर खा लिया। दूसरी ओर कोतवाली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि श्रवण कुमार कोतवाली में यह कह गया था कि वह सल्फास खा लेगा। ऐसा उसने क्यों कहा यह पता नहीं चल पाया है, लेकिन कोतवाली में इतनी बड़ी बात श्रवण की ओर से कहे जाने को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। 

कोतवाली से जाने के बाद सिर्फ दो घंटे के अंदर ही किसान ने जहर क्यों खा लिया, यह बात किसी की समझ में नहीं आ रही है। कहा जा रहा है कि अगर पुलिस ठीक से जांच करे तो सच्चाई सामने आ सकती है, लेकिन इसके लिए किसी उच्च अधिकारी को जांच दी जानी चाहिए। कोतवाली पुलिस की तो अपनी ही भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में कोतवाली पुलिस क्या जांच करेगी।

श्रवण पर भी था कर्ज

कोतवाली पुलिस के अनुसार किसान पर भी कर्ज था। कर्ज चुकाने के लिए ही उसने जमीन बेची थी, लेकिन समय पर पूरा पैसा नहीं मिल सका। ऐसे में किसान ने पूरा पैसा हासिल करने के लिए कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस ने किसान और दूसरे पक्ष के लोगों को थाने बुलाया। 

थाने में दोनों पक्षों की बातचीत चल रही थी कि इसी बीच किसान से कर्ज मांगने वाले पहुंच गए। दुखी किसान पंचायत से उठकर चला गया और घर पहुंच कर उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। परिजन निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी।

श्रवण कुमार ने दो बीघा जमीन बेची थी, जिसकी उन्होंने पैसा न मिलने की कोतवाली में 19 अगस्त को तहरीर दी थी। बुधवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया। श्रवण के ऊपर भी कुछ लोगों का कर्ज था। वह भी कर्ज मांगने कोतवाली पहुंच गए। इसी बीच श्रवण उठकर चले गए और उन्होंने घर जाकर कोई जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उनकी मौत हो गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।- हरिपाल सिंह बालियान, इंस्पेक्टर

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