बाराबंकी: जंगली जानवरों का ताबड़तोड़ हमला, मारा गया सियार

दो जगहों पर मिले बकरी के क्षत विक्षत शव, महिला पर हमला कर किया घायल, ग्रामीणों ने मारा

बाराबंकी: जंगली जानवरों का ताबड़तोड़ हमला, मारा गया सियार

सतरिख/रामसनेहीघाट/देवा/बाराबंकी, अमृत विचार। चोरों से परेशान ग्रामीणों का सुख चैन जंगली जानवरों ने छीन रखा है। गुजरे चौबीस घंटों में जंगली जानवरों के हमलों में अचानक तेजी आ गई। हरख वन रेंज में सियार ने महिला पर हमला किया। खबर पाकर एकत्र ग्रामीणों ने सियार को घेर लिया और उसे पीट पीटकर मार डाला। रामसनेहीघाट क्षेत्र में घास चर रही बकरी का क्षत विक्षत शव मिला, आशंका प्रबल कि इसे किसी जंगली जानवर ने खाया है।

वहीं देवा क्षेत्र में सरकारी स्कूल के पीछे भी एक बकरी मृत अवस्था में मिली, हमला करने के बाद जंगली जानवर भाग गया। इन घटनाओं के बाद हमेशा की तरह जिम्मेदार विभागीय अधिकारी मौके पर पहुंचे, कांबिंग करवाई पर हासिल कुछ नहीं हुआ। इस तरह की घटनायें समूचे जिले में जंगली जानवरों की मौजूदगी का प्रमाण दे रहीं और ग्रामीण बेहद डरे हुए हैं।  

सतरिख थाना क्षेत्र व हरख वन रेंज अंतर्गत चन्दौली ग़ांव के रहने वाले प्रेम की पत्नी विन्देश्वरी देवी बुधवार की देर रात घर के बाहर गाय को बांधने के लिए गई थी। महिला जब तक कुछ समझ पाती, तब तक सियार ने उसके हाथ पर पंजा मारकर उसे घायल कर दिया। महिला गंभीर रूप से घायल हो गई और जोर-जोर से चीखने लगी। उसकी आवाज सुनकर परिजन और ग्रामीण एकत्र हो गए।

कुछ लोग घायल महिला को लेकर प्राथमिक उपचार के लिए चले गए तो कुछ सियार को ढूंढने में जुट गए। एक जगह छिपे सियार के सामने आते ही ग्रामीणों ने उसे पीट-पीट कर मार डाला। जिस सियार को वन विभाग की टीम काफी दिन से ढूंढ रही थी, वह ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया। वन क्षेत्राधिकारी हरख प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि मृत पड़े सियार की जानकारी मिली थी। टीम मौके पर गई। सियार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। 

कोतवाली रामसनेहीघाट अंतर्गत ग्राम पंचायत मेडुवा के मजरे कोडरी में भिखारीलाल पुत्र गया प्रसाद प्रतिदिन की भांति अपनी बकरियों को चराने जंगल ले गया था। जहां उसने बकरियों को चरने के लिए छोड़ दिया। कुछ समय बाद ढूंढने पर एक बकरी कम मिली, उसने तलाश शुरू की तो कुछ दूरी पर जंगल में बकरी का क्षतविक्षत शरीर मिला।

भिखारीलाल का कहना है कि खूंखार जंगली जानवर पागलों की भांति बकरियों का शिकार कर रहे हैं  और विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। वन रेन्ज अधिकारी संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि किसी जंगली जानवर ने बकरी का शिकार किया है। वन दरोगा जगजीवन देव, आसिफ अली, बीट अधिकारी ऋषभ शर्मा की टीम को जांच के लिए भेजा गया है। 

देवा क्षेत्र के ग्राम सालेहनगर में गुरुवार की दोपहर प्राथमिक विद्यालय के पीछे एक बकरी के पर जंगली जानवर ने हमला कर दिया। उसका शव स्कूल के पीछे पड़ा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग देवा की टीम ने गांव में काबिंग शुरू की लेकिन हमलावर जानवर का कुछ पता नहीं चल सका। घटना के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल है और लोग खेतों में जाने से भी गुरेज कर रहे। वह लोग टोलियां बनाकर गांव में जानवर की तलाश कर रहे हैं। वन क्षेत्राधिकारी देवा मयंक सिंह ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। 

जानवर के पग चिन्ह देखकर किसी छोटे सियार या फिर कुत्ते के होने की संभावना है। रेंजर ने बताया कि भेड़िया और लकड़बग्घा के लिए यह क्षेत्र उपयुक्त नहीं है। इस तरह के जानवर तराई क्षेत्र में अधिक पाए जाते हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। वन कर्मियों की 24 घंटे की गश्त हेतु ड्यूटी लगा दी गई है तथा निगरानी रखी जा रही है। टीम में क्षेत्राधिकारी देवा मयंक सिंह, वन दरोगा सुभाष चन्द्र श्रीवास्तव, बीट प्रभारी राजेश वर्मा और वन कर्मी राम हर्ष व विपिन कुमार शामिल हैं।

ये भी पढ़ें- बाराबंकी: गांव में डकैती की दी धमकी...अब अवधी भाषा में मिला पोस्टर, दहशत में ग्रामीण