कासगंज: छात्र उपस्थिति में लापरवाही, 91 शिक्षको को वेतन रोका
बीएसए कार्यालय में समीक्षा के दौरान पाई अत्यंत चिंतनीय स्थिति
कासगंज, अमृत विचार। बेसिक शिक्षा विभाग में मिड डे मील भोजन वितरण प्रणाली की समीक्षा ने स्कूलों में बेहतर शिक्षा के दावों की पोल खोल दी है। छात्र उपस्थिति स्थिति दयनीय है। इसको लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी बेहद चिंतित नजर आए। जिले के 91 स्कूलों में छात्र उपस्थिति कम रही है। इस पर बीएसए ने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए चिंता जाहिर की है। स्कूलों में तैनात लापरवाह शिक्षको के वेतन पर रोक लगा दी है।
डैश बोर्ड पर आंकडो के अनुसार समीक्षा की गई। पता चला कि शिक्षक लापरवाह हैं, जबकि13 सितंबर को बीएसए द्वारा पत्र जारी कर शिक्षको को निर्देश दिए गए थे, कि अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण कर अभिभावको से संपर्क करें। विद्यार्थियों की उपस्थिति बढ़ाएं, लेकिन अधिकांश शिक्षक लापरवाह पाए गए। जानकर भी छात्र उपस्थिति नहीं बढ़ा पाए। 91 शिक्षकों की लापरवाही समीक्षा में स्पष्ट हुई, इन स्कूलों में 65 प्रतिशत ही उपस्थिति पाई गई, जबकि 80 प्रतिशत उपस्थिति विद्यालयों में आनिवार्य है। इस पर बीएसए ने तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए इन लापरवाह शिक्षको के वेतन पर आग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। साथ ही उन्हें कड़ी हिदायत भी दी है कहा है कि इस तरह की मनमानी ठीक नहीं। बीएसए कासगंज सूर्य प्रताप ने बताया कि 91 स्कूलों के शिक्षक लापरवाह पाए गए। यहां छात्र उपस्थिति कम पाई गई है। इन स्कूलों के प्रधानाध्यापको को नोटिस जारी करते हुए उनका वेतन आग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है।
एक नजर लापरवाह शिक्षको पर
अमांपुर विकास खंड के 3 स्कूल
कासगंज विकास खंड के दो स्कूल
सोरों विकास खंड क्षेत्र के 19 स्कूल
सहावर विकास खंड के 12 स्कूल
पटियाली विकास खंड के 11 स्कूल
गंजडुंडवारा विकास खंड के 12 स्कूल
सिढपुरा विकास खंड के 14 स्कूल
तीनों नगर क्षेत्र के 18 स्कूल
एनजीओ का हस्तक्षेप बिगड़ा रहा व्यवस्था
नगर क्षेत्र और शासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में मिड डे मील वितरण की व्यवस्था कार्यदायी संस्था की है, लेकिन जहां यह संस्था भोजन वितरण कर रही है। वहां का डाटा सही नहीं मिल रहा है। ऐसे में व्यवस्था बिगड़ रही है।