Chitrakoot: मानिकपुर थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, पूरे थाने पर दर्ज हुई FIR; इस वजह से गिरी पुलिसकर्मियों पर गाज...यहां पढ़ें

Chitrakoot: मानिकपुर थाना प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, पूरे थाने पर दर्ज हुई FIR; इस वजह से गिरी पुलिसकर्मियों पर गाज...यहां पढ़ें

चित्रकूट, अमृत विचार। थाने में पिटाई से युवक की मौत के आरोप के मामले में पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने कड़ी कार्रवाई की है। पुलिसकर्मियों पर प्रथमदृष्टया लापरवाही का आरोप सिद्ध मानते हुए एसपी ने प्रभारी निरीक्षक विनोद शुक्ला, दीवान वीर सिंह सहित युवक को पकड़कर लाने के आरोपी सिपाही प्रमोद पासवान व अंकित राजपूत को सस्पेंड कर दिया है।

गौरतलब है कि युवक अंशु सिंह के पुलिस अभिरक्षा में होने के बाद रेलवे ट्रैक में शव मिलने से पुलिस पर सवालिया निशान लगे हैं। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने साक्ष्यों के आधार पर पूरी घटना को सिलसिलेवार बताया। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि युवक को पुलिस ई रिक्शा से शाम सात बजकर तीन मिनट पर लाई थी। 

सात बजकर नौ मिनट पर फुटेज में दिख रहा है कि वह पूरी स्पीड से दौड़ता हुआ थाने से भाग रहा है। रात में लगभग साढ़े दस बजे रेलवे स्टेशन से एक युवक के ट्रेन से कटने का मेमो मिला। शव को पोस्टमार्टम हाउस भेजकर फोटो वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया गया। एसपी ने बताया कि थाने में सीसीटीवी फुटेज देखकर मृतक के परिजन आश्वस्त भी हो गए थे पर कुछ लोगों के कहने पर पुलिस पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगा दिया। 

उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे से यह जानकारी मिली है कि एक ट्रेन के चालक ने बताया था कि युवक हाथ देने के बाद भी ट्रैक से नहीं हट रहा था और अंततः चपेट में आ गया। उन्होंने बताया कि थाना पुलिस की लापरवाही यह है कि उसे युवक के परिजनों को सूचना देनी चाहिए थी। बताया कि विवेचना में सभी तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। 

पूरे थाने पर दर्ज हुई रिपोर्ट

मृतक के भाई राकेश कुमार की तहरीर के आधार पर मानिकपुर थाने में प्रभारी निरीक्षक, सभी उप निरीक्षक और सिपाहियों पर एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर गलत तरीके से बंधक बनाने, हत्या, साक्ष्य को गायब करने की गंभीर धाराओं में दर्ज की गई है।

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