Kanpur News: केपीएम अस्पताल में अल्ट्रासाउंड बंद, मरीज हुए परेशान, इस वजह से दिक्कत आई सामने...पढ़ें

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कानपुर, अमृत विचार। रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण कमलापत मेमोरियल चिकित्सालय (केपीएम) में मरीजों का अल्ट्रासाउंड नहीं हो पा रहा है। जांच करने के लिए सेवानिवृत्त रेडियोलॉजिस्ट तैयार हैं, सीएमएस भी अल्ट्रासाउंड की सुविधा मरीजों को देना चाहते हैं, लेकिन मामला यहां फंसा है कि सेवानिवृत्त रेडियोलॉजिस्ट के पास लिखित रूप से अस्पताल में जांच करने का आदेश नहीं है। हालांकि सेवानिवृत्त होने के बाद वह करीब एक साल से मरीजों की जांच कर रहे थे। 

बिरहाना रोड स्थित कमलापत मेमोरियल चिकित्सालय की ओपीडी में प्रतिदिन औसतन तीन सौ मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। प्रतिदिन 20 से 22 मरीज अल्ट्रासाउंड जांच कराने आते हैं। इसके अलावा फीलखाना, कलक्टरगंज, हरबंश मोहाल, कैंट समेत करीब आठ थानों की पुलिस अभियुक्तों का मेडिकल परीक्षण कराने केपीएम अस्पताल लाती है। यहां पर 15 जून से अल्ट्रासाउंड जांच की सुविधा बंद कर दी गई है। 

अस्पताल की हेल्प डेस्क काउंटर से लेकर अल्ट्रासाउंड कक्ष में स्पष्ट शब्दों में नोटिस भी चस्पा किया गया है कि रेडियोलॉजिस्ट न होने के कारण अग्रिम आदेश तक चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड एवं मेडिकोलीगल एक्सरे की सुविधा उपलब्ध नहीं है। मरीजों को उर्सला अस्पताल या हैलट अस्पताल भेजा जा रहा है। 

इस संबंध में सेवानिवृत्त रेडियोलॉजिस्ट डॉ. डीके श्रीवास्तव ने बताया कि निदेशालय से वर्तमान तिथि से पूर्व में किए गए कार्य का वेतन नहीं लेंगे। इसकी जानकारी सीएमएस को दी गई है, लेकिन वह जांच करने से मना कर रहे हैं। सीएमएस डॉ. राम चंद्र यादव ने बताया कि सेवानिवृत्त रेडियोलॉजिस्ट डॉ. डीके श्रीवास्तव को एडी हेल्थ के पास पत्र लेकर जाना है। एडी की अनुमति के बाद ही उनसे काम लिया जाएगा। इसके बावजूद वह अल्ट्रासाउंड कक्ष में आ रहे हैं। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को जानकारी दी जाएगी। 

31 जनवरी 2023 को सेवानिृवत्त हुए थे रेडियोलॉजिस्ट 

केपीएम अस्पताल से सेवानिवृत्त रेडियोलॉजिस्ट डॉ. डीके श्रीवास्तव का कहना है कि वह 31 जनवरी 2023 को केपीएम से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद शासन की अनुमति पर ही मार्च माह से यहां पर अल्ट्रासाउंड व एक्सरे कर रहे हैं। चुनाव आचार संहिता के कारण महानिदेशालय से आदेश पत्र निर्गत नहीं हो सका है। 10 जुलाई तक आदेश जारी होगा। सीएमओ को प्रार्थना पत्र भी दिया कि वह कार्य करने का वेतन नहीं लेंगे, तब भी कार्य नहीं लिया जा रहा है। बताया कि इस संबंध में सीएमओ को भी पत्र लिखा है।

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