पुलिस की आपातकालीन सेवाओं में बाराबंकी प्रदेश में अव्वल

रेस्पांस टाइम नौ मिनट से भी कम, कई नामचीन जनपद भी रह गए पीछे

 पुलिस की आपातकालीन सेवाओं में बाराबंकी प्रदेश में अव्वल

बाराबंकी, अमृत विचार। पुलिस की आपातकालीन सेवा डायल 112 के बेहतर संचालन पर जिले को प्रदेश में पहला स्थान मिला है। जिले की डॉयल 112 आपात सेवा टीम ने कुल 90 अंकों में से 59 अंक प्राप्त किया। जून में पुलिस रिस्पांस व्हीकल (पीआरवी) का शहर और देहात में अधिकतम रिस्पांस टाइम 8.56 मिनट रहा। इस मामले में कई नामचीन जनपद भी पीछे रह गए।

एसी दिनेश कुमार के नेतृत्व और नोडल अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी चिरंजीवी नाथ सिन्हा की देखरेख में डायल 112 की टीम ने यह कीर्तिमान रचा। डायल 112 प्रभारी निरीक्षक उमेश बहादुर के नेतृत्व में डायल 112 की टीम ने शिकायतों की त्वरित कार्रवाई की और प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। प्रदेश मुख्यालय ने इसके लिए इवेंट, इंवेंट एक्नालेज, एनरूट, आरओआईपी एक्टिविटी, रेस्पांस टाइम, संतुष्टि फीडबैक और इंवेंट क्लोजर समेत अन्य मानकों पर जिले को आंका और प्रदेश में अव्वल दर्जे से नवाजा।

जिले में अधिकतर मामले ऐसे रहे जिसमें डायल टीम ने 8.56 मिनट में ही पीड़ित परिवार के पास पहुंच गई, जबकि आपातकालीन पुलिस सेवाओं के लिए यह समय सीमा 15 मिनट निर्धारित की गई है। यानी टीम ने पीड़ित को निर्धारित समय सीमा से 40% पहले ही त्वरित सहायता पहुंचा दी। यही नहीं बाराबंकी जिले का निगेटिव फीडबैक प्रतिशत प्रदेश में सबसे कम है। यही नहीं रेडियो ओवर इण्टरनेट प्रोटोकॉल (आरओआईपी) की क्लोज मॉनीटरिंग रात-दिन की गई। कौन सी पीआरवी मौके पर सबसे कम समय में पहुंचकर पीड़ित को सहायता पहुंचा सकती है, इसको सुनिश्चित किया गया, जिसका नताजी रहा कि प्रेंप्ट इवेंट में भी जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

यानी मुख्यालय स्तर से किसी पीआरवी को इवेंट आवंटित हुआ और वह किसी वजह से मौके से दूर है, तो उसे स्थानीय स्तर पर तुरंत नजदीक के पीआरवी को भेजने, उसकी मॉनिटरिग, मिनट टू मिनट लोकेशन व संवाद के मामले में भी जिले ने प्रदेश में पहला स्थान बनाया। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने इसका पूरा श्रेय डायल 112 टीम के पुलिस को जवानों को देते हुए उनकी सराहना की। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने सभी कर्मचारियों को शुभकानाओे देते हुये उत्तम प्रविष्ट दी।

  • जून माह में सड़क दुर्घटना में घायल 156 लोगों को पहुचाया अस्पताल
  • जून महीने में जनपद में 16,934 इवेंट प्राप्त हुए
  • शत प्रतिशत इवेंट को अटेण्ड कर पीड़ित को तत्काल पहुंचाई गई सहायता
  • जनपद में इस समय 48 फोर व्हीलर और 24 टू व्हीलर पीआरवी कार्यरत।
जून माह में की सफलता

गुमशुदा महिला को बहुत कम समय में ढूंढकर परिजनों से मिलाया : थाना टिकैतनगर क्षेत्र के ग्राम बरायन से उसके भाई की पत्नी बिना किसी को बताये घर से गायब हो गई है। सूचना पर पीआरवी 5495 ने सूचना मिलने के एक घण्टे के अन्दर उसे खोजकर परिजनों के सकुशल सुपुर्द किया। 

दुर्घटना में घायल एक माह के शिशु की बचाई जान : कॉलर ने सूचना दी गई कि थाना घुंघटेर क्षेत्र के सिद्धार्थनगर दीनपनाह मोड़ के पास एक वैन चालक द्वारा उसकी मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी गई। जिससे कॉलर, उसकी पत्नी व एक माह का बच्चा गम्भीर रूप से घायल हो गये। सूचना पर पीआरवी 5490 ने गोल्डेन ऑवर में बच्चे को सीएचसी घुंघटेर पहुंचाया और उसकी जान बचाई। पीआरवी 5490 को मुख्यालय द्वारा पीआरवी ऑफ द डे घोषित किया गया।

आत्महत्या करने जा रहे नवयुवक को बचाया : कॉलर ने सूचना दी गई कि उसका बेटा किसी बात को लेकर घर से नाराज होकर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या करने के लिए घर से कह कर गया है। मौके पर उपलब्ध पीआरवी 1723 हाई स्पीड में मौके पर पहुंची। वह लड़का रेलवे ट्रैक पर दिखा, जहां कुछ ही समय में ट्रेन गुजरने वाली थी। टीम ने उसे किसी तरह समझा-बुझाकर ट्रैक से बाहर निकाला और उसकी जान बचाई। जिसकी चर्चा प्रदेश भर में हुई

अपर पुलिस अधीक्षक चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि जिले की यूपी-112 पुलिस टीम बेहतर कार्य कर रही है। रिस्पांस टाइम बेहतर करने पर लगातार जोर दिया जा रहा है। इसके लिए लगातार मॉनीटरिग भी की जा रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ ही पीआरवी कर्मी घायलों को समय से अस्पताल भी पहुंचा रहे हैं। अधिक से अधिक लोगों तक मदद पहुंचा कर आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने की कोशिश है। यूपी-112 पुलिस इस पर खरी उतरी है। जिले की यूपी-112 पुलिस टीम को प्रशास्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।

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