बरेली हाउस टैक्स में गड़बड़ियों पर बोले सांसद- नगर निगम बन गया है उद्योग
बरेली, अमृत विचार: नगर निगम के गलत हाउस टैक्स से उद्यमी भी परेशान हो गए हैं। परसाखेड़ा में पानी की जलापूर्ति नगर निगम की नहीं है लेकिन उद्यमियों को भेजे टैक्स बिल में जल मूल्य भी लगाया गया है। जीआईएस सर्वे में बिना मौके पर जाए भूमि की सही माप किए बिना बिल भेज दिए गए हैं। यह समस्या आईआईए की बैठक में उद्यमियों ने रखीं।
इस पर सांसद छत्रपाल गंगवार ने कहा कि नगर निगम एक उद्योग बन गया है और कारोबार किया जा रहा है। अब मैं नगर निगम का पदेन सदस्य बन गया हूं और इस मामले को देखूंगा और उद्यमियों की जो भी समस्या होगी, उसे हल कराएंगे।
भविष्य में ओवरलोड से निपटने की जरूरत है। बताया कि करगैना में नया विद्युत उपकेंद्र बनेगा, इसके लिए जगह चयनित कर ली गई है। सुभाषनगर में बिजली समस्या दो दिन में हल हो जाएगी, ऐसा आश्वासन अधीक्षण अभियंता ने दिया है। पवन विहार में भी नया बिजली उपकेंद्र बनेगा।
आईआईए के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिनेश गोयल ने कहा सस्ती जमीन मिल जाए तो यहां 4-6 अच्छे उद्योग स्थापित हो जाएंगे। इससे यहां औद्योगिक माहौल बनेगा। मास्टर प्लान में औद्योगिक क्षेत्र तो बेहतर कर दिया गया है लेकिन रोड सर्कुलेशन प्लान बन जाए तो उद्यमी अपनी इकाइयां लगा लें। उन्होंने आईवीआरआई को आयुष क्षेत्र में विकसित करने की भी बात कही।
आईआईए बरेली के चैप्टर चेयरमैन तनुज भसीन की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम का संचालन सचिव मयूर धीरवानी ने किया। बैठक में डिवीजनल चेयरमैन विमल रिवाड़ी, सुरेश सुन्दरानी, एसके सिंह, मनोहर लाल धीरवानी, सतीश अग्रवाल, चन्द्र भूषण सक्सेना, पीयूष अग्रवाल, सुनीत मूना, कपिल चन्दानी, रिषभ दीक्षित, आशीष गुप्ता, आशुतोष शर्मा, राजीव आनन्द, रवि प्रकाश अग्रवाल, शेखर अग्रवाल, अशोक मित्तल, धनंजय विक्रम सिंह, श्रद्धा सक्सेना एडवोकेट, कोषाध्यक्ष रजत मेहरोत्रा, डाॅ. विनोद पागरानी आदि मौजूद रहे।