Bareilly News: इफको ने फिर की वादा खिलाफी, भूदाता किसानों ने गेट पर किया धरना प्रदर्शन

Bareilly News: इफको ने फिर की वादा खिलाफी, भूदाता किसानों ने गेट पर किया धरना प्रदर्शन

आंवला, अमृत विचार। वादा खिलाफी करने में माहिर हो चुकी इफको ने गुरुवार को भूदाता किसानों को रोजगार नहीं दिया। जिससे आक्रोशित किसान इफको मुख्य द्वार  पर ही धरने पर बैठ गए। 

इफको अधिकारियों ने सुरक्षा गार्ड तैनात कर सड़क की साइड के गेट बंद करा दिए। सूचना पर पहुंचे क्षेत्र के किसान बाहर गेट पर ही धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने किसानों को समझाने का प्रयास किया। इस बीच किसानों और इफको अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई। बाद में शुक्रवार को रोजगार दिलाने के आश्वासन के बाद किसान शांत हुए। 

भारतीय किसान यूनियन प्रदेश महासचिव चौधरी शिशुपाल सिंह, तहसील अध्यक्ष महाराज सिंह ने बताया इफको ने किसानों की जमीन ले ली, परंतु भूदाताओं से वादा करके रोजगार नहीं दिया। सालों से किसान रोजगार पाने को संघर्ष कर रहे हैं। किसान संगठन कई बार धरना प्रदर्शन चुका है।

इफको ने हर बार रोजगार देने का आश्वासन देकर अपने वादे से पलट गई। 2022 से लगातार 13 माह तक चले धरना प्रदर्शन के बाद लिखित समझौता हुआ था। जिसमें 3 महीने के अंदर सभी को रोजगार देने की सहमति बनी थी। डेढ़ वर्ष से अधिक समय बीत चुका है। 

किसान रोजगार पाने को भटक रहे हैं। 9 जनवरी को इफको अधिकारियों ने तीन दिन के अंदर टाइम आफिस से जॉब कार्ड जारी कर रोजगार देने की बात कही थी। बाद में अपने वादे से पलट गए। 9 फरवरी से अब तक किसान तहसील कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रशासन और इफको अधिकारियों ने कोई सुध नहीं ली। शुक्रवार को किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल डीएम से मिला था। 

डीएम के आदेश पर बीते शनिवार को एसडीएम ने बैठक बुलाई थी। जिसमें 15 जुलाई तक सभी भूदाता किसानों को रोजगार देने का आश्वासन दिया गया था। इफको अधिकारियों ने बैठक में कहा था कि 240 भूदाता किसानों को रोजगार देने के लिए फोन किया गया। सभी ने इनकार कर दिया। इस पर किसानों ने विरोध करते हुए कहा कि ठेकेदार लिखित समझौते के आधार पर निर्धारित दिन के स्थान पर 4 से 10 दिन रोजगार देने और साफ सफाई कराने के लिए कहते है। जिसके लिए किसान मना कर देते है। 

किसानों ने लिखित समझौते के आधार पर रोजगार देने की मांग की थी। तहसील अध्यक्ष महाराज सिंह ने बताया कि बैठक में बीते सोमवार को 50 किसानों की सूची मांगी गयी थी। जिसके आधार पर बुधवार को जॉब कार्ड देने का वादा किया गया था। बुधवार का पूरा दिन बीतने पर भी जॉब कार्ड नहीं दिये गये। किसान संगठन ने 50 और किसानों की सूची एसडीएम को सौंप दी, जिनके जॉब कार्ड सोमवार को मिलने को कहा गया था। 

उन्होंने बताया कि एसडीएम ने जॉब कार्ड न मिलने पर 50 भूदाता किसानों को गुरुवार की सुबह इफको गेट पर भेजने को कहा था। जिसमें सभी 50 भूदाताओं को इफको गेट पर ही जॉब कार्ड मिलने की बात कही गई। 

भूदाता किसान सुबह करीब 8 बजे इफको गेट पर पहुंच गये। परंतु उन्हें कार्ड नहीं दिये गये। दोपहर तक इंतजार करने के बाद किसान गेट के समीप ही धरने पर बैठ गये। इफको द्वारा वादाखिलाफी की सूचना मिलते ही किसान गेट पर पहुंचने लगे। इफको अधिकारियों ने गेट बंद कराकर प्लांट गेट तक इंट्री के लिए पांबदी लगा दी। इफको अधिकारियों ने भमोरा पुलिस बुला ली। 

पुलिस ने एक गेट खुलवाकर इफको अधिकारियों और कर्मचारियों को प्लांट से निकलवाया। वहीं किसानों द्वारा गेट पर धरना प्रदर्शन करने की सूचना पर एसडीएम आंवला पहुंच गये। किसानों ने कहा कि एसडीएम ने किसानों को गेट पर भेजा था। फिर भी इफको ने कोई सुनवाई नहीं की। वहीं एसडीएम ने इफको अधिकारियों से वादा खिलाफी को लेकर नाराजगी व्यक्त की। वहीं इफको अधिकारी किसानों से धरना हटाने की कहने लगे।

 इस पर किसानों और इफको अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हो गयी। एसडीएम ने स्वयं की मौजूदगी में शुक्रवार की सुबह जॉबकार्ड वितरण कराने का आश्वासन दिया। इस बात पर किसान सहमत हो गए और गेट से धरना स्थगित कर दिया। 

गुरुवार को कुछ समस्याओं की वजह से रोजगार नहीं दिया जा सका, 50 किसानों को शुक्रवार को रोजगार दिया जाएगा।-राकेश पुरी वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक इफको

इफको गेट पर उन्होंने ही 50 भूदाता किसान भेजे थे। इफको अधिकारी किसी वजह से कार्ड उपलब्ध नहीं करा सके। इस कारण किसान धरने पर बैठ गए। शुक्रवार की सुबह वह स्वयं कार्ड वितरित कराएंगे। किसान मान गए हैं, और गेट से धरना हटा लिया है।-नहने राम एसडीएम आंवला

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