बदायूं: पहले से तैयार था सगे भाई की हत्या का प्लान, पिस्टल खरीदा फिर गोलियों से भून दिया
मोहल्ला चौधरी सराय में आबिद खान ने की थी बड़े भाई अमन की हत्या
बदायूं, अमृत विचार। शहर के मोहल्ला चौधरी सराय नई बस्ती निवासी विकास क्षेत्र सालारपुर में एडीओ पंचायत के बेटे के हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस हत्यारोपी मृतक के सगे छोटे भाई को छोटे सरकार दरगाह के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से आलाकत्ल पिस्टल और तीन कारतूस बरामद किए। पिता का बार-बार अपमान करने की वजह से वह बड़े भाई से नफरत करता था। जिसके चलते उसने क्रेडिट कार्ड से रुपये निकालकर ककराला निवासी युवक से देशी पिस्टल खरीदी थी। और 13 दिसंबर को विवाद होने पर बड़े भाई की गोलियां मारकर हत्या कर दी। आरोपी के खिलाफ दर्ज रिपोर्ट में आर्म्स एक्ट की वृद्धि करते हुए उसे जेल भेजा गया है।
एसएसपी ने गुरुवार को हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर को अमन खां की उसके भाई आदिल ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। मृतक व हत्यारोपी के पिता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया था कि बड़े बेटे अमन खां की हत्या छोटे बेटे आदिल खान ने की है। वह कहीं से पिस्टल खरीदकर लाया था। बड़े भाई से विवाद होने पर हत्याकांड को अंजाम दिया। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस हत्यारोपी की तलाश कर रही थी। उसकी संभावित जगहों पर दबिश भी दी। परिचित और दोस्तों से पूछताछ की। गुरुवार सुबह सदर कोतवाल राकेश कुमार को जानकारी हुई कि हत्यारोपी आदिल खान छोटी ज्यारत पर देखा गया है। पुलिस ने घेराबंदी करके आदिल खान को पकड़ा। उसके पास से एक पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए।
पुलिस उसे पकड़कर कोतवाली ले आई और पूछताछ की। उसने बताया कि उसका बड़ा भाई अमन खां गुस्सैल किस्म का था। पिता एडीओ पंचायत खालिद अली से नफरत करता था। बात-बात पर उनका अपमान करता था। जो उसे अच्छा नहीं लगता था। दो महीने पहले भी उसने पिता से बहुत गलत व्यवहार किया था। जिसके चलते वह भी अमन से नफरत करने लगा था। उन दोनों के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ था। कई बार कहने के बाद अमन खां नहीं माना तो उसने हत्या की योजना बनाई। क्रेडिट कार्ड से 35 हजार रुपये निकाले। उन रुपये से पिस्टल खरीदकर लाया। विवाद होने पर बड़े भाई को गोलियां मार दी। खुलासा के दौरान एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव, सीओ सिटी संजीव कुमार और सदर कोतवाल राकेश कुमार मौजूद रहे।
ककराला निवासी तारिक से खरीदी थी पिस्टल
भाई से अक्सर विवाद होने पर आदिल खान ने अपने परिचित कस्बा ककराला निवासी तारिक को इस बारे में जानकारी दी थी। तारिक ने उसे पिस्टल दिखाई। तारिक 35 हजार रुपये में पिस्टल देने को राजी हो गया। आदिल खान ने अपने क्रेडिट कार्ड से रुपये निकाले। तारिक को रुपये देकर हत्याकांड से कुछ ही दिन पहले पिस्टल खरीदी थी। हत्याकांड के बाद वह दिल्ली भाग गया था। जहां से बरेली आया और इधर-उधर छिपा रहा था। रात में वह छोटे सरकार दरगाह के पास गया था। जहां सुबह पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस की टीम पिस्टल तारिक की भी तलाश कर रही है।
बंद कर लिया था मोबाइल, पिस्टल बनी थी चुनौती
हत्या करने के बाद पिस्टल लेकर और अपनी चप्पल छोड़कर भाग आदिल खान दिल्ली भाग गया था। हत्याकांड के बाद से ही उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया था। जिससे पुलिस को उसकी लोकेशन का पता नहीं चल रहा था। वहीं पुलिस के सामने पिस्टल के बारे में पता लगाने की भी चुनौती थी। पुलिस ने अपने मुखबिर को ज्यादा एक्टिव किया और गुरुवार को हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया।