हाथरस भगदड़ कांड: झमाझम बारिश में भी नहीं रुके मुख्यमंत्री के कदम, छाता लेकर बारिश से बचाव करते रहे सुरक्षाकर्मी

 मौके का निरीक्षण करने में जुटे रहे मुख्यमंत्री 

हाथरस भगदड़ कांड: झमाझम बारिश में भी नहीं रुके मुख्यमंत्री के कदम, छाता लेकर बारिश से बचाव करते रहे सुरक्षाकर्मी

हाथरस, अमृत विचार। लोगों के आंखों से आंसुओं की धार बह रही थी तो बादल भी मानो रो पड़े हों। इस बड़ी घटना के बाद आसमान से झमाझम बारिश हो रही थी। कभी रिमझिम बरसते मेघ कभी झमाझम होते थे। इस बीच में यह भी मुख्यमंत्री के कदम नहीं रोक पाए। घटनास्थल के निरीक्षण से लेकर मृतकों और घायलों के परिजनों से जानकारी लेने तक मुख्यमंत्री पैदल ही दौड़ते रहे और उन्हें बारिश से बचने के लिए सुरक्षाकर्मी छाता लेकर उनकी सुरक्षा में ड्यूटी में लगे रहे। यह नजारा भी अद्भुत दिखाई दे रहा था।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस की घटना के बाद बुधवार को सिकंदराराऊ पहुंचे। यहां उन्होंने पहले पुलिस लाइन पहुंचकर अधिकारियों से वार्ता की। डीएम, एसपी से पूरी घटना की जानकारी ली। मृतकों का विवरण जाना। घायलों की स्थिति जानी। उसके बाद उन्होंने अस्पताल पहुंचकर संवेदना जताई। फिर वे घटनास्थल पर पहुंचे। 

इस बीच कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश होने लगी। कुछ देर के लिए लगा कि शायद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने वाहन में ही बैठकर बारिश रुकने का इंतजार करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बारिश भी उनके कदम को रोक नहीं पाई और वे अपने वाहन से उतरने के बाद सीधे घटनास्थल की ओर आगे बढ़े। फिर क्या था सुरक्षाकर्मी आनन फानन में उन्हें बारिश से बचाव के लिए छाता लेकर सुरक्षा में जुट गए।

मुख्यमंत्री ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। हालांकि, छाते से बारिश से तो बचाव हो रहा था, लेकिन फिसलन भूमि पर मुख्यमंत्री संभल-संभल कर कदम रखने की कोशिश कर रहे थे। फिसलन के कारण ही यहां मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ था।

ये भी पढ़ें- हाथरस भगदड़: इस घटना के लिए बाबा के ब्लैक कमांडो और सेवादार भी हैं जिम्मेदार