चिराग-सात्विक ने कहा- ओलंपिक पदक जीतने का दबाव है लेकिन इसे सकारात्मक रूप से ले रहे हैं 

चिराग-सात्विक ने कहा- ओलंपिक पदक जीतने का दबाव है लेकिन इसे सकारात्मक रूप से ले रहे हैं 

नई दिल्ली। ओलंपिक में पदक के प्रबल दावेदार सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने कहा कि उन पर अपेक्षाओं का दबाव है लेकिन वे इसे झेलने के लिए तैयार हैं क्योंकि वह इसे सकारात्मक रूप से देख रहे हैं। पेरिस ओलंपिक खेल शुरू होने में अब कुछ दिन ही बचे हैं और भारतीय बैडमिंटन की स्टार जोड़ी ने स्वीकार किया कि उनसे काफी उम्मीदें की जा रही हैं।

पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक के साथ जिओ सिनेमा के एक कार्यक्रम में बात करते हुए सात्विक ने कहा कि वे देश का गौरव बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सात्विक ने कहा,‘‘हम ओलंपिक में भारतीय के ध्वज को ऊंचा रखने की अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं। हम इसे हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।’’ चिराग दबाव को लेकर चिंतित नहीं है क्योंकि वह अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए सकारात्मक बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘दबाव है लेकिन हम इसे सकारात्मक रूप से देख रहे हैं।’’

चिराग ने तोक्यो ओलंपिक से जुड़ी यादों पर भी बात की जो उनका पहला ओलंपिक भी था। उन्होंने कहा,‘‘तोक्यो ओलंपिक में भाग लेना और यह अहसास होना कि हम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल हैं, शानदार अनुभव था। ओलंपिक गांव में घूमते समय मुझे लगा कि दुनिया के चोटी के खिलाड़ी भी आम इंसानों जैसे ही हैं लेकिन वह अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ हैं।  

सात्विक ने खुलासा किया कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान वह प्रत्येक मैच से पहले नीरज चोपड़ा से हाथ जरूर मिलाते थे जिन्होंने इन खेलों की भाला फेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था। सात्विक ने कहा,‘‘नीरज हमेशा हमारा हौसला बढ़ाने के लिए वहां मौजूद रहते थे। वह सभी को बधाई देते थे। मैं उन्हें अपने लिए भाग्यशाली मानता था और इसलिए हमेशा प्रत्येक में से पहले उनके साथ हाथ मिलाता था। मैं उनसे कहता भैया मैच है।

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