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लखीमपुर खीरी: बचाव कार्यों को जांचने आए जलशक्ति मंत्री, शारदा नदी के देखे तटबंध
कहा- बाढ़ में प्राथिमकता है जन-धन की सुरक्षा, अलर्ट रहे प्रशासन
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लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को जिले में आकर बाढ़ बचाव को लेकर कराए गए कार्यों की जमीनी हकीकत देखी। उन्होंने गोला विधायक के साथ शारदा नदी के तटबंध देखे और बाढ़ खंड से बनवाए गए कटानरोधी परियोजनाओं का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। गांव बझेड़ा में मंत्री ने शारदा नदी के दाहिनी ओर अपस्ट्रीम में रिवर ट्रेनिंग कार्य परियोजना देखी। अधिकारियों ने नक़्शे से पूरी परियोजना की जानकारी दी। हालांकि इसके बावजूद उन्होंने पैदल भ्रमण कर कराए कार्य के अलावा उसकी गुणवत्ता देखी।
इस दौरान मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जलस्तर बढ़ने पर नान स्टाप निगरानी करें। ग्रामीणों के संपर्क में रहकर कराए जा रहे कार्य बताएं। उन्होंने मौजूद ग्रामीणों से फीडबैक लिया। अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) अजय कुमार ने बताया कि परियोजना की लागत 598.39 लाख है। इसका लाभ तीन गांवों के 4100 ग्रामीणों को होगा। इसके तहत 700 मीटर लंबाई में नौ स्टड व टो-वाल, स्लोप पिचिंग के साथ स्टडों के मध्य में तीन पंक्तियों में परक्यूपाइन लगाकर 355 मीटर में नवीन परियोजना का निर्माण कराने के साथ 345 मीटर में पूर्व निर्मित परियोजना की मरम्मत कराई गई है।
बैठक में मुख्य रूप से विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अमन गिरी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, सीडीओ अभिषेक कुमार, मुख्य अभियंता (शारदा) एचएन सिंह, मुख्य अभियंता (शारदा सहायक) प्रभाकर प्रसाद, अधीक्षण अभियंता बाढ़ मंडल लखीमपुर धर्मेंद्र कुमार, अधीक्षण अभियंता सीतापुर नीलेश जैन, अधिशासी अभियंता बाढ़ खंड अजय कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड प्रथम राम बहादुर सहित अन्य संबंधित अधिकारी शामिल रहे।
राहत शिविरों में मिले ताजा भोजन
जल शक्ति मंत्री ने कहा कि संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्र में बाढ़ की आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त रिजर्व स्टॉक कर लें। इन स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था के अलावा आवश्यक उपकरणों का इंतजाम करें। बाढ़ राहत शिविरों में रहने वालों को ताजा भोजन मिलना चाहिए। राहत सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता न करें। पशुओं का भी ध्यान रखें। बाढ़ को लेकर राहत एवं बचाव कार्य के बेहतर प्रबंधन के लिए बाढ़ बुलेटिन व मौसम का पूर्वानुमान नियमित रूप से जारी करें।
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