Rampur News : 21वीं सदी में कमजोर हो जाते हैं पति-पत्नी के बीच रिश्ते

छोटी-छोटी बातों पर पति-पत्नी के बीच आ रहीं दरार, परिवार परामर्श केंद्र ने एक वर्ष में 296 दंपति का फिर बसाया घर

Rampur News : 21वीं सदी में कमजोर हो जाते हैं पति-पत्नी के बीच रिश्ते

दीपक सोलंकी, अमृत विचार। 21वीं सदी में पति-पत्नी के बीच रिश्ते कमजोर होते जा रहे हैं। छोटी-छोटी बातों पर दंपति के बीच दरार आ रही है। जिन्दगी भर सात जन्मों तक साथ रहने का वायदा करने वाले पति-पत्नी सात माह तक अपने रिश्तों को निभा पाने में असमर्थ हो रहे हैं। जरा-जरा सी बातों पर मारपीट पर उतारु हो जाते हैं। लेकिन परिवार परामर्श केंद्र समिति इन नाजुक रिश्तों को फिर से जोड़ रही है। ताकि घर बसा रहे।

जून 2023 से जून 2024 तक समिति ने समझौता कराते हुए टूटने की कगार पर पहुंचे 296 घर दोबारा बसाए हैं। जबकि काफी कोशिशों के बाद नहीं मानने पर समिति ने 150 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जरा-जरा सी बातों पर पत्नी का पति पर शक करना या पति का पत्नी पर शक करना तलाक का कारण बन रहा है। मन-मुटाव के साथ हालात मारपीट तक आ जाते हैं। इसके बाद दंपति एक-दूसरे की शक्ल तक देखना पंसद नहीं करते हैं। ऐसे केस कम होने के बजाए बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति यह आ जाती है कि मामला थाने तक पहुंच जाता है। इन केसों में समझौते कराने के लिए महिला थाने में परिवार परामर्श केंद्र बनाया गया है। इसमें शनिवार को दंपति और उनके परिजनों को बुलाकर काउंसलिंग कराई जाती है।

तीन तलाक के करीब 45 मामलों में कराया समझौता
नया कानून बनने बाद तीन तलाक के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसकी शिकायतें लगातार महिला थाने में पहुंच जाती हैं। कुछ शौहर ऐसे होते हैं कि वह अपनी  बीवी को तलाक देकर भगा देते हैं। इसकी शिकायतें महिला थाने में की जाती हैं। इसके दंपति को बुलाकर टीम द्वारा समझौता कराया जाता है। एक साल में 45 ऐसे केस आए जिनमें टीम ने दंपति की बातों को सुना और उनके घर बसाए।

100 लव मैरिज के केस भी सामने आए  
पहले युवक और युवतियां प्यारी-प्यारी बातें करके एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खाकर शादी कर लेते हैं। लेकिन चार दिन में ही एक-दूसरे के जानी दुश्मन हो जाते हैं और नौबत मारपीट तक पहुंच जाती है। इतना ही नहीं थाने में एक-दूसरे की शिकायत करते हैं। परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी नीशू सिरोही बताती हैं कि 100 मामले लव मैरिज के भी उनके पास आए। इनमें मामूली बातों को लेकर दंपति झगड़ा कर लेते हैं। उन्हें बैठाकर समझौता कराया जाता है। ताकि उनका घर बसा रहे।  

शराब की लत बन रही मुख्य कारण
मध्यम वर्ग के परिवारों में परिवार टूटने के केस लगातार बढ़ रहे हैं। पहले लड़के पक्ष के लोग युवती पक्ष के लोगों को अच्छी बातों में फंसाकर शादी कर लेते हैं। इसके बाद पैसे की कमी या शराब की लत परिवारों में दरार पैदा कर रही है। मोबाइल को लेकर पति द्वारा पत्नी से मना करने का विवाद भी बढ़ रहा है। मायके पक्ष के ज्यादा हस्तक्षेप के कारण भी दंपति के रिश्ते दरक रहे हैं।

दंपती के बीच होने वाले झगड़ों में परिवार परामर्श केंद्र के माध्यम से समझौता कराया जाता है। दोनों परिवारों के लोगों को बुलाकर काउंसलिग कराई जाती है। ताकि, उनका घर बसा रहे।- अवतार सिंह, काउन्सलर

जून 2023 से जून 2024 तक परिवार परामर्श केंद्र में 296 मामलों में समझौता कराकर दंपति का दोबार घर बसाया गया है। शिकायत के आधार पर दोनों के परिजनों को बुलाकर उनकी बात सुनने के बाद  समझौता कराया जाता है।-नीशू सिरोही, प्रभारी, परिवार परामर्श केंद्र

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