पीलीभीत में 5 ठेकेदारों को नोटिस, निर्माण में मिली खामियां...बैठाई जांच

पीलीभीत, अमृत विचार: पिछले वर्ष स्वीकृत नाले का निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है। जांच के बाद भी नाला निर्माण में कई जगह में अधोमानक तरीके से काम कराया जा रहा है। स्थलीय निरीक्षण के दौरान नाले का निर्माण करने वाले पांच ठेकेदारों को नोटिस जारी किया गया है। उन्हें कार्य में सुधार कराकर जल्द निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर पालिका की ओर से 26 नालों का टेंडर निकाला गया था। अधिकतर नालों का निर्माण कराने के लिए 12 मार्च 2024 को स्वीकृति दी गई थी। जिसके लिए समय अवधि चार माह की तय की गई थी, लेकिन इसके बाद भी अधिकतर नालों का काम अधूरा है। 26 जून को बारिश में दो नाले ढह गए थे। इस मामले में टीएएसी जांच बैठा दी गई थी। जांच में मानक न पाए जाने पर टीएएसी ने मानक तय करते हुए नाला निर्माण करने के लिए कहा था, लेकिन इसके बाद भी कार्यदायी संस्था मनमानी पर उतारू है।
नाला निर्माण की गुणवत्ता और समय अवधि के साथ पूरा करने के लिए प्रभारी ईओ आशुतोष गुप्ता ने अवर अभियंता सिविल इंद्रजीत के साथ निरीक्षण किया। पहले प्रभारी ईओ ने टनकपुर हाईवे पर निर्मल एजेंसी के पास नाला निर्माण कार्य को देखा। वहां छतरी चौराहा पर ह्यूम पाइप डालकर पुलिया का निर्माण मिला, जोकि मानक विहीन पाया गया। इसे लेकर ठेकेदार डीएस कंस्ट्रक्शन को नोटिस जारी करते हुए तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद छतरी चौराहा के पास मौर्या मेडिकल स्टोर से कल्लू नर्सरी तक आरसीसी नाले का निर्माण करने का काम देखा गया।
इसका वर्कऑर्डर 20 फरवरी 2024 को हुआ था। मगर यह काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। निरीक्षण के दौरान नाले का इंटर कनेक्शन नहीं होना पाया गया। इस पर उनको भी नोटिस देते हुए होली से पहले उसे ठीक करने के लिए कहा गया है। वहीं, नेहरु पार्क का सौदर्यीकरण कराने के लिए टेंडर निकाला गया था। यह वर्कऑर्डर पलक अग्रवाल को दिया गया था। निर्माण के दौरान नेहरु पार्क में लगा पुराना सामान उन्हें हैंडओवर करने के लिए कहा गया था। अभी कार्यदायी संस्था ने वहां लगा पुराना सामान पालिका में जमा नहीं किया है। ऐसे में स्थलीय निरीक्षण करने के दौरान वहां सामान मौके पर भी नहीं मिला था। इसको लेकर उन्हें नोटिस जारी करते हुए सामान जमा करने के लिए कहा गया है।
कम कर दी नाले की चौड़ाई तो कहीं घटा दी
26 जून को बारिश के दौरान ढहने वाला नौगवां ओवरब्रिज के पास बन रहे निर्माणाधीन नाला ढह गया था। इसके बाद टीएएसी जांच में अपने मानक के हिसाब से काम करने के लिए निर्देश दिए थे। मगर इसके बाद भी कार्यदायी संस्था की ओर से नाला निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। निरीक्षण के दौरान नाले की चौड़ाई कम कर दी गई है। साथ ही नाले के तालाब साइड मिट्टी का भराव भी उचित ढंग से नहीं किया जाना पाया गया है, जोकि टीएएसी के अनुसार नहीं है। इसको लेकर एएस इंटरप्राइजेज को नोटिस जारी किया गया है।
साथ ही इस फर्म के द्वारा बनाए जा रहे नौगवां चौराहा गंदा नाला तक नाला निर्माण और शिव शक्ति लॉन से टनकपुर रोड तक के नाला निर्माण में भी खामियां सामने आई हैं। इसमें गंदा नाले वाले निर्माण में नाले की सरिया में स्पेसिंग ठीक नहीं मिली है। साथ ही पीसीसी कार्य भी अधोमानक पाया गया। वहीं शिवशक्ति लॉन वाले नाला निर्माण में नाले की वर्कमैनशिप ठीक नहीं मिली। नाले की दीवारों में तकनीकी कमी मिली। इसको लेकर उन्हें तीन नोटिस जारी किए गए हैं।
शहर में चल रहे निर्माणाधीन नालों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान नालों में खामियां पाई गई हैं।इसे लेकर कार्यदायी संस्था को नोटिस जारी किया गया है। सात दिन के भीतर काम पूरा करने के लिए कहा गया है- आशुतोष गुप्ता, प्रभारी ईओ नगरपालिका।
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