पीलीभीत: गुटबाजी का दिखा असर, नगरपालिका की बोर्ड बैठक में हंगामा...हुई नोकझोंक

पीलीभीत, अमृत विचार: नगरपालिका में लंबे से चली आ रही गुटबाजी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसकी बानगी बोर्ड बैठक के दौरान एक बार फिर देखने को मिली। जिसके बाद कुछ सभासदों से नगर पालिका चेयरमैन की तीखी नोकझोंक हुई और जमकर हंगामा हुआ। अंत में विभिन्न मुद्दों पर वार्ता के बाद बैठक समाप्त होने की घोषणा कर दी गई। चेयरमैन और सभासद सभागार से निकलकर चले गए।
बता दें कि नगर पालिका में गुटबाजी आम हो चुकी है। एक पक्ष चेयरमैन डॉ.आस्था अग्रवाल का समर्थक है जबकि दूसरा धड़ा राज्यमंत्री संजय सिंह गंगवार पक्ष से जुड़ा है। हालांकि खुलकर दोनों जनप्रतिनिधियों ने एक दूसरे पर कोई आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाया है। मगर, उनके समर्थकों की ओर से चल रही सियासी जंग किसी से छिपी नहीं है। अभी कुछ दिन पहले ही विकास कार्यों में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजपा के जिला उपाध्यक्ष एवं राज्यमंत्री के प्रतिनिधि राकेश सिंह ने नगरपालिका से जुड़ी शिकायतें की है। जिसकी कमेटी बनाकर जांच के आदेश भी डीएम के स्तर से किए जा चुके हैं। इधर, कई सभासद चेयरमैन के पक्ष में डीएम से मुलाकात कर राज्यमंत्री के प्रतिनिधि की शिकायत कर चुके हैं। ऐसे में इस बार बोर्ड बैठक में हंगामे के आसार पहले से ही जताए जा रहे थे। मंगलवार दोपहर तीन बजे से बोर्ड बैठक आयोजित की गई। जिसमें नगरपालिका अध्यक्ष डॉ.आस्था अग्रवाल, प्रभारी ईओ आशुतोष गुप्ता एवं तमाम सभासदों के साथ ही राज्यमंत्री के प्रतिनिधि राकेश सिंह भी शामिल हुए। गत बैठक की कार्यवाही पढ़कर सुनाई गई। इसके बाद सभासदों ने अपने-अपने वार्ड से जुड़े तमाम काम रखे। बताते हैं कि राज्यमंत्री के प्रतिनधि राकेश सिंह ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का ईपीएफ और बीमा जमा न होने का मुद्दा उठाया। इस पर काफी तीखी चर्चा हुई और फिर चेयरमैन ने 13 साल का इससे संबंधित रिकार्ड दिखवाकर कदम उठाने की बात कही। इसके बाद जलकल, सफाई व्यवस्था से जुड़े काम रखे गए। इसी बीच वार्ड नंबर 26 की सभासद पुष्पा उपाध्याय ने अपनी समस्याओं को रखना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि संबंधित वार्ड में नगर पालिका के स्तर से एक नल का सुधार कराया गया था, जोकि चंद दिन बाद दोबारा खराब हो गया। मगर, इसकी मरम्मत के छह हजार रुपये निकाल लिए गए थे। इसी के साथ तीखी बहस होने लगी। नई कर प्रणाली के तहत टैक्स बढ़ाने को लेकर भी प्रस्ताव रखा गया, इसे लेकर भी काफी नोक झोंक हुई। वार्ड नंबर 26 में आबादी में संचालित हो रही डेयरियों से नाली में गोबर बहाने को लेकर बात आई तो मामला और गरमा गया। चर्चा तो ये भी है कि नौबत धक्का-मुक्की तक पहुंच चुकी थी। फिर कुछ मुद्दों पर वार्ता चली और फिर बैठक समाप्ति की घोषणा कर पहले चेयरमैन और फिर सभासद भी चले गए।
मीडियाकर्मियों की मौजूदगी पर भी उठे सवाल
वैसे तो नगरपालिका की ओर से बीती कई बैठकों की तरह मीडियाकर्मियों को शाम पांच बजे प्रेसवार्ता का न्योता दिया गया था, जबकि कुछ मीडियाकर्मी बैठक की शुरुआत के समय ही पहुंच गए थे। बताते हैं कि बैठक में मीडियाकर्मियों की मौजूदगी को लेकर ही पहले सवाल उठे और असमंजस की स्थिति बनी रही। इसे लेकर बकायदा सहमति भी मांगी गई। हालांकि बाद में मौजूदा मीडियाकर्मियों के बैठने के इंतजाम कराए गए।
नवरात्रि और ईद की तैयारियों पर भी हुई चर्चा
आगामी दिनों में नवरात्रि और ईद है। ऐसे में साफ सफाई, जलकल के साथ ही स्ट्रीट लाइट व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग सभासदों की ओर से रखी गई। इसके लिए संबंधित मार्गों पर टीम लगाकर सुधार कार्य कराने के निर्देश दिए गए। ये भी कहा कि जिस मार्ग से होकर श्रद्धालु जाएंगे, उन पर पुख्ता व्यवस्था कराई जाएगी। चूंकि इससे पहले ही संचारी रोग संबंधित बैठक हुई थी, तो सफाई और फॉगिंग को लेकर भी विशेष जोर दिया गया।
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