बदायूं: तीन लाख में बेच रहे थे बच्चा, नहीं बनी बात, पुलिस ने बरामद किया अपह्रत बच्चा

बदायूं: तीन लाख में बेच रहे थे बच्चा, नहीं बनी बात, पुलिस ने बरामद किया अपह्रत बच्चा

बदायूं, अमृत विचार। थाना जरीफनगर क्षेत्र से अपह्रत बच्चा पुलिस और एसओजी टीम ने बरामद कर लिया है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि दूसरा आरोपी फरार है। आरोपी बच्चे को तीन लाख रुपये में बेच रहे थे जबकि एक व्यक्ति बच्चे के दो लाख रुपये दे रहा था। जिसके चलते बात नहीं बनी और पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।

पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा है। बच्चे को पाकर मां के चेहरे पर खुशी नजर आई। बच्चे की तलाश में एसओजी ने दो सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। एसएसपी आलोक प्रियदर्शी और एसपी देहात राम मोहन सिंह ने प्रेस वार्ता करके यह जानकारी दी। 

थाना जरीफनगर क्षेत्र के गांव समसपुर मलिक फत्ता निवासी महाराम का पांच साल का बेटा संजय अपने भाई और अन्य बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान बाइक सवार दो युवक आए और संजय का अपहरण करके ले गए थे। बच्चे के पिता की तहरीर पर हरियाणा निवासी मनोज और एक अज्ञात पर अपहरण और गलत तरीके से प्रतिबंधित करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की थी। विवेचना उपनिरीक्षक मुकेश त्यागी को सौंपी गई थी।

एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने एसओजी को भी बच्चे को तलाश करने के लिए लगाया। टीम ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की तो बाइक सवार दोनों बदमाश बच्चे के साथ नजर आए। वह बुलंदशहर की ओर जा रहे थे। जरीफनगर पुलिस और एसओजी ने उस रूट के लगभग दो सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे चेक किए। जिसके आधार पर एसओजी और पुलिस ने एक आरोपी जिला संभल के थाना बहजोई क्षेत्र के गांव सिराजपुर निवासी नेत्रपाल पुत्र हरपाल यादव को गिरफ्तार किया।

उसके पास से बच्चा बरामद हुआ। टीम उसे पकड़कर ले आई और पूछताछ की। उसने बताया कि वह जिन लोगों के बच्चे नहीं होते हैं उन्हें बेच देते हैं। इस बच्चे को भी बेचना चाहते थे। एक व्यक्ति को तीन लाख रुपये में बच्चा बेचना था लेकिन वह दो लाख रुपये दे रहा था। जिसके चलते वह बच्चा नहीं बेच सके। पुलिस ने बच्चे को उसके मामा और मां के सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस फरार आरोपी राहुल की तलाश कर रही है। 

बच्चे को खिलाई थी कचड़ी, नहीं पिलाया दूध
बच्चे को गोद में उठाकर उसकी मां माया देवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जानकारी करने के दौरान संजय ने बताया कि आरोपियों ने उसे खाने को कचड़ी दी थी। आरोपियों ने उसे न तो खाना खिलाया और न ही दूध पिलाया।

इन रास्तों होते हुए गुजरी एसओजी और पुलिस
बच्चे की तलाश कर रही एसओजी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे बढ़ती गई। पहले जुनावई, नरौरा, राजघाट, कर्णवास, अनूपशहर, निवास, ऊंचागांव, नरसेना, स्याना पर फुटेज चेक की। बुलंदशहर के थाना स्याना पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बदमाशों की बाइक का नंबर साफ नजर आया। बाइक के नंबर के आधार पर जिला अमरोहा के थाना डिडौली क्षेत्र के गांव ईकौंधा निवासी राहुल पुत्र देवराज के घर पर पहुंचे।

जहां बाइक के साथ आरोपी नेत्रपाल मिला। बच्चा भी उसके पास ही था। उसने बच्चे का नाम संजय बताया। सख्ती से पूछताछ में उसने एसओजी टीम को बताया कि उसने और राहुल ने संजय को समसपुर मलिक फत्ता के पास बाग से उठाया था। उसे अपने घर पर छोड़कर राहुल बच्चे को बेचने की बात करने के लिए गया था। वह बच्चे के साथ राहुल का इंतजार कर रहा था। 

यह रही गिरफ्तारी करने वाली टीम के सदस्य
बच्चे की बरामदगी और आरोपी की गिरफ्तारी करने वाली टीम में सर्विलांस प्रभारी नीरज कुमार, एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक धर्वेंद्र सिंह, संजय कुमार, विपिन कुमार शराफत हुसैन, सचिन कुमार, अरविंद कसाना, मनीष कुमार के अलावा जरीफनगर के थानाध्यक्ष रवि करन सिंह, उपनिरीक्षक मुकेश त्यागी, सिपाही भावना शर्मा, हिटलर खां आदि रहे।

ये भी पढ़ें। बदायूं: फर्नीचर पर बैठकर पढ़ाई करेंगे परिषदीय स्कूलों के बच्चे, विभाग में चल रही निविदा प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी