अश्विनी वैष्णव का आरोप, राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष पद की गरिमा घटाई

अश्विनी वैष्णव का आरोप, राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष पद की गरिमा घटाई

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और किरेन रीजीजू ने सोमवार को राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा में ‘अत्यधिक गैर जिम्मेदाराना भाषण’ देकर नेता प्रतिपक्ष के जिम्मेदारी भरे पद की गरिमा को कम किया है। उन्होंने गांधी पर हिंदुओं को कथित तौर पर हिंसा से जोड़ने और झूठ फैलाकर उनका ‘गंभीर अपमान’ करने का आरोप भी लगाया। 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस का हिंदुओं का अपमान करने का इतिहास रहा है। इस दौरान उन्होंने पूर्व गृह मंत्री पी. चिदंबरम और सुशील कुमार शिंदे के धर्म को लेकर किये गये कथित ‘आतंकवाद’ संबंधी कटाक्ष का हवाला दिया। त्रिवेदी ने कहा कि गांधी ने इस बार एक सांसद के रूप में शपथ भगवान के नाम पर नहीं ली। 

उन्होंने पूछा, ‘‘वर्ष 2014 में उन्होंने हिंदी में ‘ईश्वर’ के नाम पर शपथ ली थी। वर्ष 2014 के बाद से ऐसा क्या बदलाव आया है?’’ संसदीय कार्य मंत्री रीजीजू ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सदन में गांधी के भाषण में किये गए कई दावों को चुनौती दी है और लोकसभा अध्यक्ष से कार्रवाई करने की मांग की है। 

‘अग्निपथ योजना’ और अयोध्या में विकास परियोजनाओं के दौरान वहां के निवासियों के लिए मुआवजे को लेकर गांधी की ओर से लगाए गए आरोपों की आलोचना करते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि उन्हें अपनी बात साबित करनी होगी या माफी मांगनी होगी। वैष्णव ने कहा कि स्थानीय दुकानदारों और अन्य लोगों को 1,253 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा दिया गया और उनके पुनर्वास में मदद की गई। 

रीजीजू ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने भी सदन में अध्यक्ष बिरला से गांधी द्वारा किए गए दावों को सत्यापित कराने का आग्रह किया क्योंकि वह भ्रामक दावे करके बच नहीं सकते। रेलवे, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री वैष्णव ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज जैसे भाजपा नेता अलग-अलग समय पर विपक्ष के नेता रहे और इस पद को और जिम्मेदार और गंभीर बनाया। 

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