नर्सिंग छात्रा के अपहरण का मामला: लखीमपुर पहुंची पीलीभीत पुलिस ने शुरू की जांच, घटनास्थल पहुंचकर ग्रामीणों के दर्ज किए बयान

नर्सिंग छात्रा के अपहरण का मामला:  लखीमपुर पहुंची पीलीभीत पुलिस ने शुरू की जांच, घटनास्थल पहुंचकर ग्रामीणों के दर्ज किए बयान

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। पीलीभीत से अपह्रत कर कार से लखीमपुर में सड़क पर फेंकी गई छात्रा के मामले में पीलीभीत पुलिस की दो टीमें गुरुवार को घटनास्थल पहुंची। टीमों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आसपास के लोगों से जानकारी ली और उनके बयान दर्ज किए। जांच-पड़ताल के बाद टीमें वापस लौट गईं।

पीलीभीत के थाना उत्तरी सेहरामऊ क्षेत्र की एक 17 वर्षीय नर्सिंग की छात्रा 12 जून की शाम करीब पांच बजे पीलीभीत शहर के आसाम चौराहा से मैजिक में सवार होकर घर के लिए निकली थी, लेकिन वह घर नहीं पहुंची थी। अगले दिन उसके पिता ने छात्रा की गुमशुदगी थाना उत्तरी सेहरामऊ में दर्ज कराई थी। 

बुधवार की सुबह कार सवार छात्रा को शहर से करीब चार किलोमीटर दूर लखीमपुर-सीतापुर फोरलेन पर गांव चिमनी के पास बदहवास हालत में फेंक कर भाग निकले थे। छात्रा की हालत काफी गंभीर थी। वह अपना नाम व पता बताने के अलावा आगे कुछ बोल नहीं पा रही थी। सूचना पर पहुंची यूपी पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। बाद में मेडिकल परीक्षण के लिए उसे जिला महिला अस्पताल भेजा था। 

सूचना पर पहुंची थाना उत्तरी सेहरामऊ पुलिस छात्रा को उसके परिवार वालों के साथ वापस पीलीभीत ले गई थी। घटना के बाद समूचे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। गुरुवार को पीलीभीत पुलिस की दो टीमें लखीमपुर पहुंची। टीमें गांव चिमनी पहुंची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। लोगों से भी घटना के बाबत जानकारी की। जांच पड़ताल करने के बाद टीमें वापस पीलीभीत लौट गईं। एसओ अजीत कुमार ने बताया कि पीलीभीत पुलिस आई थी। वह घटना स्थल से जांच कर वापस लौट गई है।  

पीलीभीत पुलिस के पाले में गेंद डालकर जांच से खीरी पुलिस ने झाड़ा पल्ला
पीलीभीत की नर्सिंग छात्रा के अपहरण मामले में थाना खीरी पुलिस ने गेंद पीलीभीत पुलिस के पाले में फेंकते हुए इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है। यही वजह है कि गंभीर मामला होने के बाद भी थाना खीरी पुलिस ने 48 घंटे बाद कोई जांच-पड़ताल नहीं की। 

पुलिस ने यह जानने की कोशिश भी नहीं की आखिरकार कार किस कलर की थी और कौन सी थी। वह किधर से आई और किधर चली गई। इसको जांचने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे तक भी नहीं खंगाले हैं। बिना जांच-पड़ताल के खीरी थाना पुलिस मामले को झूठा साबित करने का प्रयास कर रही है। पुलिस का कहना है कि छात्रा को कार से नहीं फेंका गया था, बल्कि छात्रा स्वंय पैदल चलकर आई थी। 

एसओ अजीत कुमार ने बताया कि लड़की खुद ही पैदल चलकर पहुंची थी। मामला पीलीभीत का है। छात्रा की थाना उत्तरी सेहरामऊ में गुमशुदगी दर्ज है। वहीं की पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

ये भी पढे़ं- लखीमपुर-खीरी: बाघ ने दो पालतू बैलों को बनाया निवाला, ग्रामीणों में दहशत