बरेली: नीट मामले पर शहर के चिकित्सकों ने दिये अपने सुझाव, बोले- परीक्षा का स्तर संतुलित रखने से मिलेगी राहत

बरेली: नीट मामले पर शहर के चिकित्सकों ने दिये अपने सुझाव, बोले- परीक्षा का स्तर संतुलित रखने से मिलेगी राहत

बरेली, अमृत विचार: नीट-2024 में गड़बड़ी के खिलाफ आईएमए के जूनियर डाक्टरों ने विरोध जताया और सीबीआई जांच की मांग की। डॉक्टरों का कहना है कि पेपर लीक, ग्रेस मार्क्स देने के मानदंडों की अस्पष्टता और ओएमआर शीट में घोषित अंकों में विसंगतियां शामिल हैं। इस वर्ष 67 छात्रों ने पूर्ण 720 अंक प्राप्त किए, जो पहले कभी नहीं हुआ था। इनमें से छह से सात छात्र हरियाणा के एक ही परीक्षा केंद्र से हैं। कुछ छात्रों ने 718 और 719 अंक प्राप्त किए, जो नकारात्मक मार्किंग सिस्टम के संदर्भ में असंभव माना जा रहा है।

- डाॅ. अनमोल अग्रवाल ने बताया कि नीट में गड़बड़ी डॉक्टरों के लिए एक शर्मनाक घटना है। आगामी स्नातकोत्तर की इस परीक्षा के लिए अध्ययन निराशाजनक है। जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। 

- डाॅ. शशांक गुप्ता ने बताया कि नीट में धांधलेबाजी कई प्रकार से स्पष्ट दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार के जरिए डाॅक्टर बने विद्यार्थी भविष्य में देश के लिए नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।

- डाॅ. प्रियांशी अग्रवाल ने बताया कि इस धांधलेबाजी से नीट की तैयारी कर छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। नीट में सुधार की आवश्यकता है, ताकि यह अधिक न्यायसंगत और समावेशी हो सके।

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