बरेली: खुलेआम सड़कों पर मौत बनकर घूम रहे सांड, जिलाधिकारी के आदेश हवा-हवाई
बरेली, अमृत विचार। अखबारों की सुर्खीया बनी तीन मौतों के बाद अपर नगर आयुक्त ने पशु चिकित्सा कल्याण अधिकारी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी।
उसके बाद नगर निगन के आला अधिकारी सांडो को पकड़ने का दाबा कर रहे थे। जिला अधिकारी ने भी आदेश कर दिया अगर सड़को पर सांड नजर आए तो संबंधित अधिकारी से जवाब-तलब कर कार्यावाही की जाएगी। उनका यह आदेश अब केवल हवा-हवाई नजर आ रहा है।
शहर की सड़को पर अभी भी आवारा सांडों का आतंक बरकरार है। जगह-जगह आवारा सांड आफत बन कर घूम रहे हैं। नगर निगम अधिकारियों ने दावा किया था कि सांडों को पकड़ कर कान्हा उपवन पशुआश्रम के नंदी शाला में रखा जाएगा।
शहर में हवा हवाई दावे की पूर्ति करने के लिए कुछ जगह सांडो को पकड़ने का अभियान भी चलाया गया। लेकिन उसके बाद अभियान ठप्प हो गया। शहर के पाश इलाकों में सांड आतंक का पर्याय बन कर घुम रहे हैं। लोग डरे हुए हैं। अगर उनके पास से कोई सांड निकल जाता है, तो उनकी रूह तक काप जाती है।
इन लोगों ने गवाई सांड के हमले में अपनी जान
तीन जनवरी को सीबीगंज के मथुरापुर इलाके में एक सांड ने पीके नमकीन के सुपरवाइजर अनील को बााइक से फैक्ट्री जाते समय घेर लिया और सींगों के से हमला कर उन्हें जमीन पर पटक दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उपचार के दौरान उन्होंने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया।
दूसरी घटना में प्रेमनगर के डेलापीर के पास झूलेलाल पार्क केपास नौ जनवरी को डेलापीर मंडी से माल लेने जा रहे बनवारीलाल को सांड ने घेर लिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। उपचार के लिए उन्हें राजेन्द्र नगर स्थित एक अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई थी। तीसरी घटना बारादरी के संजयनगर में 24 जनवरी को रिटायर मैनेजर करूणा शंकर पांडेय मार्निग वॉक से आ रहे थे। इसी दौरान घर से कुछ ही दूरी पर एक सांड ने घेर लिया और उन पर हमला बोल दिया।
गंभीर रूप से घायल होने के बाद परिजनों ने उनको इलाज के लिए निजी अस्पताल ले गए जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। दो साल पहले भी बारादरी में एक सांड ने बुजुर्ग को पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया था।
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