बरेली: नगर निगम में ठेकेदार का हंगामा, रिश्वत मांगने का आरोप
विभाग में जमा एफडी लेने को चार माह से लगा रहा चक्कर
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम में निर्माण विभाग के अफसरों पर ठेकेदार ने उत्पीड़न करने और कर्मचारियों द्वारा रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। बुधवार को ठेकेदार ने निगम परिसर में जमकर हंगामा काटा। अपने को हृदयरोगी बताते हुए अफसर-कर्मचारियों द्वारा परेशान करने की बात कहते हुए नगर आयुक्त की गाड़ी के सामने लेटने की धमकी भी दी। कहा कि आर्थिक दिक्कत आ गई है 50 हजार की एफडीआर मिल जाती तो कुछ सपोर्ट मिल जाता।
परेशान ठेकेदार की इस कार्रवाई ने नगर निगम के निर्माण विभाग में चली आ रही अनियमितताओं की पोल खोल दी है। ठेकेदार दीपक गुप्ता के अनुसार उन्होंने 2021 में कटरा चांद खां में रोड का निर्माण किया था। इस का पेमेंट भी हो गया था। सर्वे होने के बाद भी चार महीने से एफडीआर की फाइल रोक दी गई है। कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया जा रहा है। नौ सितंबर 2022 को आवेदन किया लेकिन अब तक फाइल आगे नहीं बढ़ाई जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि निगम में फाइल- फाइल का खेल चल रहा है। ठेकेदार की फाइल देर से अधिशासी अभियंता के पास पहुंची तो उन्होंने संबंधित अभियंताओं से पत्रावली को देर से लाने का कारण पूछ लिया। पत्रावली में कारण जानना चाहा गया तो संबंधित अफसर मौखिक रूप से एक्सईन से बात करना चाह रहे हैं। निर्माण विभाग में पूर्व में कई अनियमितताएं हुईं लेकिन उन्हें दबा दिया गया। नगर आयुक्त के आने के बाद कार्याें में पारदर्शिता आई है।
अधिशासी अभियंता डीके शुक्ला ने बताया कि मामले को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। ठेकेदार की एफडीआर जारी करने के नियम हैं। मैं नियम से चल रहा हूं तो कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। झूठी बातें फैला रहे हैं। जांच हो रही है। शीघ्र सच्चाई सामने आएगी।
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