संभल हिंसा की जांच को पहुंची बैलिस्टिक एक्सपर्ट टीम, किया सीन रिक्रिएट
टीम ने उन सभी जगहों पर की जांच जहां 24 नवंबर को हुई थी हिंसा
संभल, अमृत विचार। जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 24 नवंबर को हुई हिंसा की जांच के लिए सोमवार को विधि विज्ञान प्रयोगशाला की बैलिस्टिक एक्सपर्ट टीम संभल पहुंची। टीम ने उन जगहों पर घटना का सीन रिक्रएट किया जहां फायरिंग व आगजनी जैसी घटनाएं हुई थीं। टीम ने इस बात को जानने का प्रयास किया कि कहां से चली गोली किसको लगी। इस एंगल पर भी जांच हुई कि हिंसा में मरने वालों को गोली कहां से मारी गई।
संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद में सर्वे का विरोध करते हुए हजारों लोग सड़कों पर आ गये थे। जामा मस्जिद के निकट व हिंदूपुरा खेड़ा में पथराव,फायरिंग व आगजनी हुई थी। इस हिंसा में 4 लोग मारे गये थे जबकि गोली लगने व पथराव से 29 से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हुए थे। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई को भी गोली लगी थी। हिंसा को लेकर दर्ज मुकदमों की जांच कर रहे विवेचना अधिकारियों ने जांच को आगे बढ़ाने के लिए एफएसएल टीम से मौके पर जांच कराने की मांग की थी। इसके बाद ही एसपी के अनुरोध पर सोमवार शाम को विधि विज्ञान प्रयोगशाल(एफएसएल) की टीम संभल पहुंची। टीम ने पहले जामा मस्जिद के निकट उन जगहों पर पड़ताल की जहां फायरिंग हुई थी और गोली लगने से पुलिस के जवान व भीड़ में शामिल लोग घायल हुए थे। जहां गोली लगने से लोगों की मौत हुई वहां भी पड़ताल की गई। इसके बाद हिंदूपुरा खेड़ा में भी जांच पड़ताल की गई। फॉरेंसिक टीम ने उन घरों की छत पर पहुंचकर पड़ताल की जहां से पत्थर चले और गोली भी चली। इस दौरान एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ ही अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश्चचंद्र,सीओ अनुज चौधरी,सीओ कुलदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
सीन दोहरा कर समझा गया हिंसा का घटनाक्रम
एफएसएल टीम ने हिंसा वाले इलाकों में हिंसा के घटनाक्रम का सीन रीक्रिएट कराकर समझाने का प्रयास किया गया कि गोली कहां से चलाई गई थी। हिंसा के दौरान गोली लगने से घायल पुलिस कर्मियों को उसी जगह और उसी पोजीशन में खड़ा किया जैसे कि वह हिंसा के दिन थे जबकि उनको गोली लगी। इसके बाद लेजर लाइट से घायलों के शरीर के उस प्वाइंट पर लाइट डाली गई जहां गोली लगी थी। अलग-अलग जगहों से लाइट डालकर यह समझने का प्रयास किया गया कि गोली कहो से चलाई गई थी। इस दौरान एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई को भी उस जगह पर खड़ा किया गया जहां उनके पैर में गोली लगी थी। एसपी केके विश्नोई ने बैलेस्टिक टीम के अधिकारियों को अपने पैर का वो हिस्सा दिखाया जिसमें गोली लगी थी।
24 नवंबर को जो हिंसा हुई थी उसका क्राइम सीन रिकंस्ट्रक्शन के लिए एफएसएल डाइरेक्टर को पत्र लिखा गया था। उसी क्रम में आज एफएसएल की टीम आई और उन्होंने जिन लोगों को गोली लगी थी और जो मृतक हैं उन सभी के साथ हुई घटना का सीन रिकंस्ट्रक्ट किया। यह सभी बैलिस्टिक एक्सपर्ट हैं। -कृष्ण कुमार विश्नोई, पुलिस अधीक्षक संभल
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