लखीमपुर-खीरी:  आत्मदाह के  लिए  उकसाने के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार

लखीमपुर-खीरी:  आत्मदाह के  लिए  उकसाने के मामले में दो आरोपी गिरफ्तार

लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार। गौरीफंटा कोतवाली परिसर में मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगाने वाले मैजिक चालक की मौत के मामले में पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पहली गिरफ्तारी होने के बाद से अन्य नामजद आरोपियों में भी हड़कंप मच गया है। कुछ आरोपी भूमिगत हो …

लखीमपुर-खीरी, अमृतविचार। गौरीफंटा कोतवाली परिसर में मिट्टी का तेल डालकर खुद को आग लगाने वाले मैजिक चालक की मौत के मामले में पुलिस ने दो नामजद आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पहली गिरफ्तारी होने के बाद से अन्य नामजद आरोपियों में भी हड़कंप मच गया है। कुछ आरोपी भूमिगत हो गए हैं। जिनके नेपाल चले जाने की आशंका जताई जा रही है।
भारत-नेपाल सीमा पर स्थित गौरीफंटा कोतवाली परिसर में 16 मार्च को पलिया के कृष्णानगर पटिहन निवासी शिवम गुप्ता (26) ने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल लिया था और आग लगा ली थी, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया था। शनिवार को लखनऊ में उपचार के दौरान शिवम ने दम तोड़ दिया था।

उसका आरोप था कि पलिया के ही कुछ लोग पुलिस की मिलीभगत से सीमा पर वाहन चालकों से अवैध वसूली करते हैं। इसको लेकर उसे लगातार प्रताडि़त किया जा रहा था। पुलिस भी शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं करती थी। उलटे ही उसे पुलिस डरा-धमकाकर प्रताडि़त कर आवाज दबा देती थी। पुलिस ने उसकी मैजिक भी सीज कर दी थी।

घटना के बादहरकत में पुलिस अधिकारी हरकत में आए और प्रभारी निरीक्षक अश्वनी कुमार को निलंबित कर दिया था। मृतक चालक की पत्नी दीप्ती की तहरीर पर छह लोगों के खिलाफ आत्मदाह के लिए प्रेरित करने सहित कई धाराअ ों में रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। मामले की विवेचना थाना भीरा पुलिस को सौंपी गई थी।

मैजिक चालक की मौत के बाद रविवार की रात पुलिस ने आरोपियों की तलाश में संभावित स्थानों पर छापा मारा। एसओ भीरा अजय कुमार राय ने बताया कि पुलिस ने सोमवार की सुबह पलिया की हाईडिटल कॉलोनी इंद्रानगर निवासी आरोपी सूरज गुप्ता पुत्र हरीश गुप्ता और इकरामनगर निवासी जिशान अंसारी उर्फ मोहम्मद शान अंसारी पुत्र मोहम्मद सुएब अंसारी को शारदा नदी पुल के पास बने मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों का चालान कर कोर्ट में पेश किया, जहां से अदालत ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।

गिरफ्तारी के भय से भूमिगत हुए अन्य आरोपी, नेपाल में होने की आशंका
जानकार बताते हैं कि पलिया कसबे से करीब 60 किलोमीटर दूर भारत-नेपाल सीमा पर जाकर अवैध वसूली करने वाले गैंग के लोगों की सीमा पर तूती बोलती थी। उसकी वजह यह थी कि इन पर रसूखदारों का हाथ था और क्षेत्र के कुछ सत्ता में दखल रखने वाले नेताअ ों से अच्छी पकड़ थी। पुलिस भी इन पर कार्रवाई करने का साहस नहीं जुटा पाती थी।

अवैध वसूली में पुलिस भी हिस्सा बांट करती थी। जानकारों ने बताया कि पुलिस की ताबड़तोड़ दबिशों से गैंग के लोगों में हड़कंप मचा है। कुछ लोग गिरफ्तारी के भय से नेपाल में शरण लिए हुए हैं और सत्तापक्ष के नेताओं के संपर्क में रहकर खुद को बेगुनाह साबित करने की कोशिश में जुटे हैं।

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