शांतिपुरी: झोपड़ी में आग लगने से दो मवेशियों की मौत, दो झुलसे

शांतिपुरी: झोपड़ी में आग लगने से दो मवेशियों की मौत, दो झुलसे

शांतिपुरी, अमृत विचार। शांतिपुरी के समीप बिंदुखत्ता टूटीपुलिया के गांधीनगर प्रथम में झोपड़ी में आग लगने से एक गाविन मवेशी की मौत हो गई जबकि दो अन्य दुधारू मवेशी व बछिया भी 70 प्रतिशत से अधिक झुलस गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे दो दमकल वाहनों ने मुश्किल से आग पर काबू पाया।
 
बीते शनिवार देर रात करीब 10:30 बजे शांतिपुरी के समीप बिंदुखत्ता टूटीपलिया गांधीनगर प्रथम में मदन सिंह कार्की पुत्र स्व.राम सिंह कार्की के भूसे की झोपड़ी में आग लग गई। तभी पड़ोसी महिला जीवंती देवी ने झोपड़ी में से आग की लफ्टें उठती देखी तो तुरंत झोपड़ी से सटे मकान में सो रहे गृह स्वामी मदन सिंह कार्की व परिजनों को उठाया और साथ ही सभी आसपास के ग्रामीण भी गौशाला में बंधी मवेशियों की रस्सी काटकर उन्हें बाहर निकालने और आग बुझाने में जुट गये। आग को काबू न होता देख ग्रामीणों ने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचित किया।
 
इसके बाद मौके पर दो दमकल गाड़ियां पहुंची। दमकल कर्मियों व ग्रामीणों की बड़ी कड़ी मस्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस हादसे में एक गाबिन मवेशी की मौत हो गई। जबकि दो अन्य दुधारू मवेशी व बछिया बुरी तरह से झुलस गए। रविवार प्रात: पहुंचे पशु चिकित्सक डा. रमेश कुमार ने घायलों मवेशियों का उपचार किया। वही तीन-चार घंटे बद एक अन्य दुधारू मवेशी की भी मौत हो गयी। इस आगजनी से करीब 25 कुंतल भूसा, डेढ़ कुंतल गेहूं एवं दरवाजों के बेसकीमती फ्रेम, विद्युत मीटर, बर्तन, और खाने की सामग्री के आलावा, मकान की वायरिंग समेत घर के तमाम विद्युत उपकरण जलकर नष्ट हो गए। गनीमत यह रही कि पड़ोसी महिला जीवंती देवी ने समय रहते पीड़ित परिवार जनों को जगा लिया अन्यथा झोपड़ी से सटे मकान के कमरे में सो रहे घर की महिलाएं एवं बच्चों को भी बड़ा नुकसान पहुंच सकता था।
 
समाचार लिखे जाने तक राजस्व विभाग के कानूनगो राजेन्द्र अधिकारी व पटवारी लक्ष्मी नारायण यादव व नजदीकी चौकी पुलिस अगजनी से हुए नुक्सान का आंकलन करने में जुटे थे। आगजनी का कारण सॉट सर्किट या आस-पास कहीं से उड़कर आई चिंगारी होने का अनुमान लगाया जा रहा है।