Independence Day 2022 : ठाकुरद्वारा के सनातन कॉलेज की सभा को नेहरू ने किया था संबोधित, पढ़ें पूरी खबर

Independence Day 2022 : ठाकुरद्वारा के सनातन कॉलेज की सभा को नेहरू ने किया था संबोधित, पढ़ें पूरी खबर

शीशपाल चौहान, अमृत विचार। बुधबाजार स्थित महाराजा थिएटर में वर्ष 1920 में कांग्रेस का तीन दिवसीय संयुक्त प्रांतीय सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसमें महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था। सम्मेलन में महात्मा गांधी, पंडित मदन मोहन मालवीय, एनी बेसेंट ने हिस्सा लिया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू भी …

शीशपाल चौहान, अमृत विचार। बुधबाजार स्थित महाराजा थिएटर में वर्ष 1920 में कांग्रेस का तीन दिवसीय संयुक्त प्रांतीय सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसमें महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया गया था। सम्मेलन में महात्मा गांधी, पंडित मदन मोहन मालवीय, एनी बेसेंट ने हिस्सा लिया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू भी अपने पिता पंडित मोतीलाल नेहरू के साथ सम्मेलन में शामिल हुए थे।

  • 1920 में हुआ था कांग्रेस का तीन दिवसीय संयुक्त प्रांतीय सम्मेलन
  • वर्ष 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के तहत भी किया था जनसभा का आयोजन
  • महात्मा गांधी, पं.मदन मोहन मालवीय, जवाहर लाल नेहरू और एनी बेसेंट हुईं थी शामिल

करीब 22 साल बाद सन 1942 में पंडित जवाहर लाल नेहरू का फिर मुरादाबाद आगमन हुआ। उस समय महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के तहत देशभर में जनसभाएं हो रही थीं। जनपद की तहसील ठाकुरद्वारा में सनातन धर्म इंटर कॉलेज में प्रबंधक साहू सीताराम और साहू रमेश कुमार कन्या इंटर कॉलेज व शिव सुंदरी मांटेसरी स्कूल में संस्थापक साहू रमेश कुमार ने जनसभा का आयोजन किया। इसे पंडित नेहरू ने संबोधित किया था।

साहू रमेश कुमार के बेटे सुशील साहू ने बताया कि जनसभा की जानकारी मिलते ही ब्रिटिश पुलिस ने छापा मार दिया था, लेकिन उनके पिता अपने साथ पंडित नेहरू को लेकर वहां से निकलने में सफल हो गए थे। इसके बाद ब्रिटिश पुलिस ने मुरादाबाद स्थित उनकी कोठी कुमार कुंज को सील कर दिया था। सुशील साहू ने बताया कि पंडित नेहरू की प्रेरणा से ही उनके पिता बाल शिक्षा की ओर उन्मुख हुए और पहली पत्नी सुंदरी की स्मृति में स्कूल की स्थापना की। जब पंडित नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री बने तो शिवसुंदरी स्कूल के बच्चों का एक दल उनसे मिलने त्रिमूर्ति भवन गया था। दल के साथ उनके पिता भी सपरिवार गए थे।

ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : पुलिस के 75 कर्मयोगियों को एडीजी ने किया सम्मानित, तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजा पुलिस लाइन सभागार