मुरादाबाद : नौकरी पर खतरा मंडराया तो चालकों ने जाम किए एंबुलेंस के पहिए, ठेका प्रथा के विरोध में किया प्रदर्शन

मुरादाबाद : नौकरी पर खतरा मंडराया तो चालकों ने जाम किए एंबुलेंस के पहिए, ठेका प्रथा के विरोध में किया प्रदर्शन

मुरादाबाद/पाकबड़ा/अमृत विचार। कोरोना योद्धा का दर्जा हासिल कर चुके एंबुलेंस चालक व अन्य कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडराया तो उनके सब्र का बांध टूट गया। एंबुलेंस स्टाफ की तैनाती में हावी हो रही ठेका प्रथा के विरोध में जीवन दायनी स्वास्थ्य विभाग 108, 120 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर सोमवार …

मुरादाबाद/पाकबड़ा/अमृत विचार। कोरोना योद्धा का दर्जा हासिल कर चुके एंबुलेंस चालक व अन्य कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा मंडराया तो उनके सब्र का बांध टूट गया। एंबुलेंस स्टाफ की तैनाती में हावी हो रही ठेका प्रथा के विरोध में जीवन दायनी स्वास्थ्य विभाग 108, 120 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर सोमवार को चालकों ने एंबुलेंस के पहियों को थाम दिया। दिन निकलने के साथ ही जहां-तहां चालक एंबुलेंस खड़ी करके धरने पर बैठ गए।

पाकबड़ा जीरो प्वाइंट पर चालकों ने कतारबद्ध एंबुलेंस खड़ी करके धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि कोरोना काल में अपनी जान-जोखिम में डालकर हमने मरीजों को अस्पताल पहुंचाया। कहने को कोरोना योद्धा का दर्जा दे दिया गया लेकिन अब ठेका प्रथा के कारण उनकी नौकरी खतरे में पड़ गई है।

दूसरी कंपनी ने ठेका लेने के बाद उनको निकालने की तैयारी शुरू कर दी है। जिनको नौकरी में रख भी रहे हैं तो उनका मानदेय कम करने के साथ ही ट्रेनिंग के नाम पर 20 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। देर शाम तक धरना जारी रहने के कारण दिन भर मरीज व तीमारदार परेशान रहे। दिन भर एंबुलेंस चालकों के फोन बजते रहे लेकिन उन्होंने कोई रेस्पांस नहीं दिया। जिस कारण तीमारदार आटो से मरीज लेकर अस्पताल तक पहुंचे।

जिले भर में जीवन दायिनी 108 और एडवांस लाइफ सपोर्ट 102 के तहत 57 एंबुलेंस सड़कों पर दौड़ रही है। 24 घंटे सेवा देने वाली इन एंबुलेंस में करीब 1200 कर्मचारियों का स्टाफ है। बताते हैं कि पहले एंबुलेंस में होने वाली स्टाफ की तैनाती का जिम्मा किसी कंपनी के पास था। यह कंपनी प्रति कर्मचारी को 13700 रुपए बतौर मानदेय दे रही थी। कर्मचारियों के अनुसार अब यह ठेका जेडएचएल कंपनी को दे दिया गया है। जिस कारण 1200 कर्मचारियों पर नौकरी का खतरा मंडराने लगा है। ठेका प्रथा में नई कंपनी की मनमानी के विरोध में जीवन दायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एंबुलेंस कर्मचारी के प्रदेश अध्यक्षा हनुमान पांडे ने पूरे प्रदेश में एंबुलेंस खड़ी कर धरना देने का आह्वान किया था। जिसके तहत मुरादाबाद जिले में भी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो गई।

सोमवार की सुबह करीब 9 नौ बजे तमाम चालक पाकबड़ा में जीरो प्वाइंट के पास पहुंचे और कतारबद्ध एंबुलेंस खड़ी करके धरने पर बैठ गए। सभी ने मांगों के निस्तारण के साथ ही ठेका प्रथा के तहत हो रही मनमानी के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि अब नई कंपनी हमे निकालने का प्रयास कर रही है। जिनको रखा भी जा रहा है उनका मानदेय कम करके 10700 किया जा रहा है। जबकि ट्रेनिंग के नाम पर प्रति कर्मचारी से 20 हजार रुपए की मांग की जा रही है।

उनका कहना था कि कोरोना काल के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर उन्होंने मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि भले कंपनी को बदला जाए लेकिन कर्मचारियों की छंटनी नहीं होनी चाहिए। वहीं कोरोना काल में शहीद हुए योद्धाओं के परिजनों को सरकार की ओर से 50 लाख का मुआवजा दिया जाए, साथ ही कंपनी बदलने पर वेतन में कोई कटौती न हो। कर्मचारियों को नौकरी पर रखने के साथ ही प्रशिक्षण शुल्क के नाम पर वसूली न की जाए।

चालकों के धरना-प्रदर्शन के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुई तो उनको मनाने के लिए कंपनी के रीजनल मैनेजर संजीव कपिला, जिला प्रोग्राम मैनेजर गिरीश पुरोहित पहुंचे। काफी समझाने के बाद भी जब उन्होंने धरना खत्म नहीं किया तो वह भी बैरंग लौट गए। खबर लिखे जाने तक जहां धरना जारी था तो वहीं कर्मचारियों को मनाने के प्रयास चल रहे थे। इस दौरान यूनियन के उप संगठन मंत्री सुरेश कुमार, जिला प्रवक्ता रणवीर सिंह समेत मुनिराज सिंह, दीपक कुमार और कमरूल हसन आदि मौजूद रहे।

केवल पांच एंबुलेंस चली, मरीज व तीमारदार रहे बेहाल
प्रदेश अध्यक्ष के आह्वान पर स्टाफ ने जहां-तहां एंबुलेंस खड़ी करके धरना देना शुरू कर दिया। हालांकि मरीजों की परेशानी को देखते हुए पांच एंबुलेंस को चलने की अनुमति दी गई थी। बाकी 52 एंबुलेंस जहां-तहां खड़ी कर दी गई। अचानक एंबुलेंस का संचालन ठप होने से मरीज व उनके तीमारदार परेशान हो गए। धरने के दौरान कई बार हर गाड़ी पर तीमारदारों के फोन आए लेकिन स्टाफ ने उनको रिसीव नहीं किया। जिस कारण तीमारदार बेहाल हो गए। मजबूरी में आटो व अन्य संसाधनों के जरिए मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे। जिला अस्पताल पहुंचे एकता लाइन लाइनपार निवासी उमेश व उसकी सुनीता जिला अस्पताल आटो से पहुंचे। पूछने पर उमेश ने बताया कि पत्नी को अचानक उल्टी-दस्त शुरू हो गए। कई बार एंबुलेंस के लिए फोन किया लेकिन कोई रेस्पांस नहीं मिला। मजबूरी में आटो से पत्नी को लेकर आया। इसी तरह अन्य तीमारदार भी मरीजों को लेकर दूसरे साधनों से अस्पताल पहुंचे।

विभिन्न संगठनों ने भी किया धरने का समर्थन
पाकबड़ा जीरो प्वाइंट पर विभिन्न मांगों के निस्तारण को लेकर चल रहे धरने की जानकारी मिलने पर विभिन्न संगठन के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए। बहुजन आंदोलन पार्टी के पदाधिकारी पवन प्रताप अपने कार्यकर्ताओं संग मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। इसके अलावा अखिल भारतीय वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष मयंक हंसराज ने भी मौके पर जाकर धरने का समर्थन दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन चौधरी भी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए। सभी ने कहा कि अगर स्टाफ की समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो मंगलवार से बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।

 

ताजा समाचार

CSU: विदेशों में ज्योतिष और वेद पढ़ाएगा संस्कृत विश्वविद्यालय, महाकुंभ के दौरान विदेशी नागरिकों और शिक्षकों ने किया था मांग
कानपुर में पोस्टमार्टम न कराने की बात पर विवाद...समझाने पर भी नहीं माने परिजन, सिपाही से मारपीट कर फाड़ी वर्दी, 23 पर FIR
कानपुर में मदद करने की बात के बाद कहासुनी...दबंगों ने भाइयों को पीटा, पत्थर मारकर किया घायल, रुपये-चेन लूटकर हो गए फरार
क्या BJP में सच बोलना अपराध है... भाजपा ने विधायक डॉ चिंतामणि को दिया नोटिस, तो कांग्रेस ने कसा तंज
बिजनौर : अज्ञात वाहन की टक्कर से मादा गुलदार की मौत, वन विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा
कानपुर में लड़की के भाई ने दुष्कर्म आरोपी को मारा चाकू...ईंट से भी सिपर किया हमला; लोगों के दौड़ाने पर हमलावर भागे