शाहजहांपुर: छुट्टा पशुओं के हमले से लोग परेशान, सरकार से मांग रहे मदद
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शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में छुट्टा पशु लगातार लोगों की जान ले रहे हैं। दो साल में दस से ज्यादा लोग पशुओं के हमले में मारे गए। इतने ही लोग छुट्टा पशुओं के चलते हुए हादसों में मारे गए। गांव में लोग समूह बनाकर खेतों पर जा रहे हैं और कह रहे हैं कि छुट्टा पशु लगातार ले रहे जान, बचाने का जतन करें सरकार। यह मांग प्रशासनिक अधिकारियों से की जा रही है।
शनिवार को अल्हागंज क्षेत्र में फिर एक किसान को सांड़ ने पटक-पटक कर मार डाला। मृतक की पत्नी ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए थाने में तहरीर दी। इसके बाद फिर यह सवाल उठने लगा है कि क्या ऐसे ही जानें जाती रहेंगी या इन्हें रोकने का कोई तरीका है। हालांकि डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने सांड़ों को ट्रैंकुलाइज कर पकड़ने की योजना बनाई है, लेकिन अभी इस पर कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने दावा किया था कि 31 दिसबंर 2023 के बाद कोई भी छुट्टा पशु सड़कों पर दिखाई नहीं देगा। इसके बाद भी तमाम छुट्टा पशु सड़कों से लेकर शहर की गलियों तक घूम रहे हैं। जिनमें कुछ सांड़ आए दिन किसी न किसी पर हमला कर रहे हैं।
जिले के अधिकारी लोगों को भरोसा दे रहे हैं कि जल्द ही सभी पशु सड़कों से हट जाएंगे। गोशालाओं में लगातार गोवंशों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पशुओं को पाल भी रहे हैं। इसके बाद भी पशु सड़कों से नहीं हट पा रहे हैं।
कब तक मरते रहेंगे लोग, जवाब किसी के पास नहीं
जिले में यूं ही कब तक लोग छुट्टा पशुओं के हमले में मरते हैं फिलहाल इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि लोग पशुओं को छुट्टा छोड़ देते हैं, ऐसे में यह समस्या बढ़ रही है। हालांकि सवाल फिर भी वही है कि वजह चाहे जो भी हो, लेकिन लोग लगातार मर तो रहे हैं।
वन विभाग के पास जिले में ट्रैंकुलाइज गन नहीं है और पशु चिकित्सा विभाग के पास खरीदने के लिए बजट नहीं है। इसके अलावा खरीदने के लिए परमिशन की भी जरूरत होगी। ऐसे में यह कार्य कब शुरू हो पाएगा इसका कुछ पता नहीं।
छुट्टा पशुओं के लोगों को मार डालने की प्रमुख घटनाएं
- 23 जनवरी 2023 को ग्राम पंचायत कुंडरा के मजरा स्थित आलू के खेत में घुसे पशुओं को भगाने के दौरान शिवलाल की पत्नी रीना देवी की मौत
- 24 दिसंबर 2023 को ग्राम पंचायत कोला के मजरा रैपुरा निवासी साधुराम को खेत की रखवाली के दौरान छुट्टा पशुओं ने दौड़ा लिया। तालाब में गिरे साधुराम की डूबने से मौत
-19 अगस्त 2024 को जलालाबाद के गांव शाहपुर निवासी चरन सिंह(50) को सांड़ ने मार डाला।
-19 जनवरी 2025 को निगोही के गांव घाटबोझ निवासी लीलावती को सांड़ ने पटक-पटक कर मारा।
-21 जनवरी 2025 को निगोही के ही गांव चकौरा निवासी अजयवीर को सांड़ ने कुचल कर मार डाला।
-3 फरवरी 2025 को सेहरामऊ दक्षिणी के गांव सडरा जमुनिया पुरवा में बच्चू लाल(70) को सांड़ ने पटक कर मार डाला।
-8 मार्च 2025 को अल्लाहगंज के गांव लालपुरी इमलिया निवासी सुरेंद्र(50) को सांड़ ने पटक कर मार डाला।
प्रयास है कि सड़क से हटाकर पशुओं को जल्द से जल्द गोशालाओं में भेजा जाए। छुट्टा पशुओं के चलते हादसे में किसी की जान न जाए इसके लिए युद्धस्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ लोग पशुओं को छुट्टा छोड़ देते हैं, जिस कारण यह समस्या बढ़ रही है-डॉ. राजेंद्र गंगवार, सीवीओ
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