सावधान: महाकुम्भ में फर्जी संस्था के नाम पर लूट, पर्ची काट वसूल रहे रुपये, कमीशन पर हो रहा काम
महाकुंभनगर/ प्रयागराज,अमृत विचार। 13 जनवरी से शुरु होने वाले ऐतिहासिक महाकुंभ में गरीब और असहाय लोगों की मदद करने के नाम पर लोगों को ठगने का काम किया जा रहा है। गरीबों की मदद के नाम पर लोगों से रुपये लेकर पर्ची काटी जा रही है। कुंभ क्षेत्र में असहाय गरीबों की मदद करने के नाम पर कुछ युवा हाथ में रसीद की गड्डी लेकर पर्ची काट रहे हैं।
बताया जा रहा है कि वाराणसी की संस्था मेले में आने वाले गरीब, असहाय लोगों की मदद करने के लिए यह पर्ची काट रही है। इस शुल्क के बदले गरीबों की आर्थिक सहायता की जाएगी। यह मामला संगम जोन का है। हालांकि पर्ची पर न तो संस्था का नाम है और न ही पता, मोबाइल नंबर तक नहीं दिया गया है।
मेला एसएसपी राजेश द्विवेदी ने बताया की मेले की शुरुआत होने से पहले कड़े इंतजाम किये जा रहे है। हर तरफ सख्ती बरती जा रही है। यहां अवैध वसूली की शिकायतें जानकारी में नही आई हैं। अगर अवैध वसूली हो रहो है तो शिकायत आने पर कार्रवाई की जायेगी। महाकुंभ की शुरुआत होने में कुछ दिन ही शेष हैं। 13 जनवरी से शुरु होने वाले महाकुंभ के इस महापर्व को शासन और प्रशासन दिव्य, भव्य, सुरक्षित और व्यवस्थित कराने में कोई कसर बाकी नहीं रख रहा है।
महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन के साथ रहने और इलाज की व्यवस्था दी जा रही है, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इस महाकुंभ में गलत तरीके से लाभ उठाने का प्रयास कर रहे हैं। मेला क्षेत्र में अभी से अपने गैंग को सक्रिय कर अवैध कमाई का जाल बुनने का काम शुरु कर दिया गया है। फर्जी संस्थाओं के नाम पर घूम-घूम कर पर्ची काटने का काम कर रहे हैं। इस पर्ची से वे अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।
जितने की पर्ची उतना कमीशन
कुंभ नगरी में पर्ची काट रहे युवक अंकित से जब स्थानीय लोगों ने जानकारी मांगी। जिस पर उसने बताया कि वह नैनी अटल बिहारी वाजपेयी नगर का रहने वाला है। वह बेरोजगार है। अभी वह इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रहा है। जेब खर्च के लिए उसे अवसर मिला और वह पर्ची काटने का काम कर रहा है। इस काम के लिए उसे 20 प्रतिशत कमीशन मिलता है। जितने की पर्ची कटेगी, उतने का 20 प्रतिशत कमीशन उसे कलेक्शन के बाद मिलेगा।
अंकित ने बताया कि संगम क्षेत्र में पर्ची काटने वालों की संख्या 10 है। सभी अलग-अलग स्थानों पर घूम कर पर्ची काटते हैं। सुबह से शाम तक में 1000 से 1200 तक का कमीशन बन जाता है। शाम को एक स्थान पर मिलकर संस्था के सुपरवाइजर को कलेक्शन सौंप दिया जाता है। इसी तरह से दूसरे दिन भी यह काम शुरु हो जाता है।
वाराणसी की बताई जा रही संस्था
पर्ची काटने वाले युवक अंकित ने बताया कि यह संस्था महाकुंभ में आने वाली गरीब और असहाय लोगों की मदद के लिए सहयोग राशि जुटा रही है। उसने पूछने पर पहले बताया कि यह संस्था नैनी की है। बाद में बताया कि वाराणसी की संस्था है। इसके बाद बताया कि दिल्ली की संस्था है, जिसके लिए हम लोग काम कर रहे हैं। अंकित ने किसी भी सवाल का सही तरीके से जवाब नहीं दिया। जब ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए संस्था का नाम पूछा गया तो वह संस्था का नाम नहीं बता सका।
यह भी पढ़ेः वृद्धाश्रम संचालन के लिए NGO ने खेला बड़ा खेल, Black List करने की तैयारी