बहराइच हिंसा: बलिया वसूली कांड में हटाए गये दुर्गा प्रसाद तिवारी बने एएसपी ग्रामीण- पवित्र मोहन डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध
लखनऊ, अमृत विचार। बहराइच के महसी तहसील स्थित महाराजगंज में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई का दौर जारी है। कुछ दिन पहले डिप्टी एसपी को निलंबित गया था। सोमवार को डीजीपी मुख्यालय से जारी आदेश में अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण (एएसपी) पवित्र मोहन त्रिपाठी को हटा दिया गया। उनको डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। वहीं, डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध दुर्गा प्रसाद तिवारी को बहराइच का एएसपी ग्रामीण बनाया गया है। उनको बलिया वसूली कांड में हटाया गया था।
बहराइच में 13 अक्तूबर को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद जिले के कई इलाकों में जमकर हिंसा हुई थी। दूसरे दिन भी हिंसा पर स्थानीय पुलिस नियंत्रित नहीं कर सकी तो एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश और सचिव गृह संजीव गुप्ता को बहराइच भेजा गया। इस मालमे में डिप्टी एसपी, थानेदार और चौकी प्रभारी समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है।
बलिया वसूली कांड में हटाए गए थे दुर्गा
बलिया में यूपी और बिहार सीमा पर स्थित नरही थाने के भरौली पिकेट और कोरंटाडीह चौकी पर ट्रकों से वसूली के मामले में प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की थी। इसमें दो पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया था। वहीं बलिया के एसपी देवरंजन वर्मा और एएसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी पर कार्रवाई करते हुए हटा दिया गया। दोनों को डीजीपी मुख्यालय से संबद्ध किया गया था। साथ ही थानेदार समेत 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था। 26 जुलाई से एएसपी बलिया रहे दुर्गा प्रसाद तिवारी डीजीपी कार्यालय से संबद्ध रहे। करीब 87 दिन बाद ही दुर्गा प्रसाद को बहराइच का एएसपी ग्रामीण बना दिया गया है।
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