शाहजहांपुर: वांछित चल रहे युवक को पकड़ने गई वन विभाग की टीम पर हमला

वन दरोगा समेत तीन वनकर्मचारी घायल, हमलावरों ने वर्दी फाड़ी, गाड़ी भी तोड़ी

शाहजहांपुर: वांछित चल रहे युवक को पकड़ने गई वन विभाग की टीम पर हमला

खुटार, अमृत विचार। जंगल से कोरों की लकड़ी कटान के मामले में वांछित के घर सोमवार दोपहर एक गांव में दबिश देने गई वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया गया। हमले में दो न्यूनतम वेतन कर्मी और एक वन दरोगा घायल हो गया। दो लोगों को हिरासत में लेकर वन रेंज मैलानी लेकर गए हैं। पूछताछ के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। उधर, महिला ने कहा कि रेंजर ने करीब 20 लोगों के साथ घर में घुसकर उसे और उसके पति के साथ ही पुत्री की बेरहमी से पिटाई की। घर में लकड़ी भी बरामद नहीं हुई और सामान अस्त व्यस्त कर दिया। आरोप है कि इस दौरान रेंजर ने पुत्री के कपड़े भी फाड़ और छेड़छाड़ की। घटना के बाद दोनों पक्षों ने थाने पहुंचकर पुलिस को तहरीर देकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की है। वहीं थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार रावत ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है।
 
खुटार वन रेंज में कार्यरत न्यूनतम वेतन कर्मी अशोक कुमार बाजपेयी ने पुलिस को बताया कि सोमवार को सूचना मिली कि क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले व्यक्ति के घर के पास खेत में जंगल बीट सेहरामऊ उत्तरी मैलानी वन क्षेत्र 16, 15 व गदनिया वन ब्लॉक चार में रेंज खुटार वन प्रभाग से कोरों की लकड़ी को चोरी से काटकर लाकर रखा गया है। सूचना मिलते ही लकड़ी बरामद करने और आरोपी को पकड़ने के लिए टीम प्रभारी क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव और टीम में वन दरोगा रोहित कुमार पांडेय, अनिल कुमार, भगवान सिंह, संदीप कुमार, दीपक कुमार, न्यूनतम वेतन कर्मी गोविंद प्रसाद, अनिल कुमार के साथ सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे उसके खेत में पहुंचे। जहां आरोपी मौके से भागने लगा तो दौड़ाकर पकड़ लिया। आरोप है कि आरोपी ने अपनी पत्नी और लड़कियों को बुलाकर वन विभाग टीम पर हमला करने को कहा। उक्त लोगों ने उसे और टीम को घेरकर हमला किया और पिटाई के साथ ही बाइक छीन ली और वर्दी फाड़ दी व चेन, पर्स भी छीन लिया। रेंजर की सरकारी गाड़ी का शीशा भी तोड़ दिया। वन दरोगा रोहित कुमार पांडेय की भी वर्दी फाड़ दी और जान से मारने को फावड़ा चला दिया। 

न्यूनतम वेतन कर्मी गोविंद प्रसाद पर हमला कर पिटाई की। न्यूनतम वेतन कर्मी अशोक कुमार बाजपेयी अपनी जान बचाकर टीम के साथ भागा और यूपी 112 डायल पुलिस को सूचित किया। रेंजर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने भी खुटार पुलिस को सूचना देकर सहायता मांगी। घटना के बाद वह टीम प्रभारी के साथ खुटार थाने पहुंची और घटना के संबंध में पुलिस से शिकायत की। इस मामले में राजकीय कर्मचारियों के साथ मारपीट करना, जान से मारने की धमकी देना, प्रयास करना, वनकर्मियों की वर्दी फाड़ना, राजकीय वाहन व कर्मचारियों के वाहन को जबरदस्ती छीनना, तोड़फोड़ करना, राजकीय कार्य में बाधा पहुंचना, सरकारी संपत्ति की चोरी करना, गिरोह बनाकर हमला करना, आरक्षित वन क्षेत्र से गिरोह के साथ चोरी से सरकारी लकड़ी को काटकर इकट्ठा कर बेचने का मामला तहरीर में दर्शाया गया है। 

उधर, क्षेत्र के एक गांव निवासी एक महिला ने पुलिस को बताया कि सोमवार दोपहर करीब दो बजे वह और उसका पति, पुत्री घर में बैठे हुए थे। तभी रेंजर मनोज श्रीवास्तव करीब 20 अज्ञात लोगों के साथ घर में घुस आए और उसके पति पर अवैध लकड़ी पकड़ने का फर्जी आरोप लगाकर घर में छानबीन करने लगे। उसके घर के सारे सामान को अस्त-व्यस्त कर दिया। महिला के मना करने पर उसके साथ पिटाई करने लगे। आरोप है कि रेंजर ने महिला पर धारदार हत्या से प्रहार कर दिया। जिससे उसके हाथ में चोट आ गई और उसके खून बहने लगा। उक्त लोगों ने उसकी पुत्री व उसके पति के साथ भी पिटाई की। आरोप है कि वन दरोगा ने पुत्री से छेड़छाड़ कर उसके कपड़े भी फाड़ दिए। वन कर्मी महिला के पति को अपने साथ ले गए। महिला का आरोप है कि उक्त रेंजर के साथ उसके अज्ञात साथियों के पास अवैध असलहे थे। उक्त लोग फायर करते हुए निकल गए। महिला ने बताया कि रेंजर आये दिन उसके पति पर लकड़ी चोरी का आरोप लगाकर परेशान करता रहता है। सोमवार करीब साढ़े तीन बजे दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक दूसरे पर आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दी।

रेंजर की जल्दबाजी, पुलिस के बगैर दी दबिश
रेंजर मनोज श्रीवास्तव ने करीब 20 लोगों के साथ गांव में आरोपी के घर दबिश देकर लकड़ी बरामद करने पहुंच गए। लेकिन जल्दबाजी में खुटार थाने से पुलिस ले जाने को भूल गए। इससे पता चलता है कि रेंजर क्या साबित करना चाह रहे थे। जबकि महिला ने रेंजर पर आये दिन परेशान करने का आरोप लगाया है। माना जा रहा है कि रेंजर के दबिश देने के दौरान महिला पुलिस नहीं थी और ऐसे ही दबिश देने पहुंच गए। लेकिन घर में और खेत में लकड़ी बरामद नहीं हुई। सवाल उठना लाजिमी है कि रेंजर ने महिला पुलिस को क्यों नही ले गए?, पुलिस को भी सूचना नहीं दी। जबकि घटना के बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। साथ ही महिला और उसके पति, पुत्री के साथ पिटाई का आरोप लगा है। पुत्री से छेड़छाड़ का जिक्र भी तहरीर में किया गया है।

रेंजर खुटार मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वांछित चल रहे आरोपी को पकड़ने के लिए गांव में दबिश दी गई थी। आरोपी को पकड़ लिया गया था। आरोपी के शोर मचाने पर तमाम महिलाएं एकत्र हो गई, जो मारपीट पर आमादा हो गई। जिन्होंने वन विभाग के तीन वनकर्मियों के साथ मारपीट की है। मामले की तहरीर थाने में दी गई है। इंस्पेक्टर, खुटार आरके रावत ने बताया कि विभागीय काम से शाहजहांपुर आया हूं। दोनों पक्षों से तहरीर थाने पहुंची है। मामले की जांच के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

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