BSNL 4G: मनकापुर ITI में बनेगा बीएसएनएल 4जी के लिए आउटडोर कैबिनेट, सरकार ने दिया 3900 करोड़ रुपये का कांट्रैक्ट
, नए कांट्रैक्ट से कंपनी को मिली संजीवनी, घाटे से उबरने में मिलेगी मदद
उमानाथ तिवारी/ राज शुक्ला, गोंडा : दो दशक से घाटा झेल रही मनकापुर आईटीआई फैक्ट्री के दिन बहुरने जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने कंपनी को घाटे से उबारने के लिए 3900 करोड़ रुपये का नया कांट्रैक्ट दिया है। इस बजट से अब फैक्ट्री बीएसएनएल 4जी के लिए ओडीसी (आउटडोर कैबिनेट) का निर्माण करेगी। नया कांट्रैक्ट कंपनी के लिए संजीवनी का काम करेगा और उसे घाटे से उबारने में मदद करेगा। दीपावली से पहले मिला यह कांट्रैक्ट फैक्ट्री के कर्मचारियों के लिए तोहफा माना जा रहा है।
तकनीक के बदलते दौर तथा संसाधनों के अभाव में मनकापुर आईटीआई फैक्ट्री काफी पीछे छूट गयी थी। पिछले दो दशक से यह कंपनी घाटे में थी। घाटे के कारण फैक्ट्री का प्रबंधतंत्र यहां कार्यरत अधिकतर कर्मचारियों की छटनी कर चुका है। बचे हुए कर्मचारियों को भी समय पर वेतन नहीं मिल रहा था। कर्मचारियों की सुविधाओं में कटौती के साथ ही प्रबंधन फैक्ट्री के भीतर बने कर्मियों के आवास को किराए पर देकर काम चला रहा था। घाटे से जूझ रही इस फैक्ट्री को लाइफ सपोर्ट की दरकार थी। ऐसे में केंद्र सरकार ने फैक्ट्री को घाटे से उबालकर उसे पुन: स्थापित करने की पहल की है। सरकार की तरफ से फैक्ट्री को 3900 करोड़ रुपये का बजट देकर बीएसएनएल 4जी के लिए ओडीसी(आउटडोर कैबिनेट) बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। आउटडोर कैबिनेट बीएसएनएल के 4जी टॉवर में उपयोग किया जायेगा। नया कांट्रैक्ट फैक्ट्री के लिए संजीवनी माना जा रहा है। आवंटित बजट में से 2400 करोड़ का वर्क ऑर्डर फैक्ट्री को मिल चुका है और कंपनी ने नए पार्ट का उत्पादन भी शुरू कर दिया है।
पुरानी मशीनों की जगह कई नई मशीनें भी लगायी जा चुकी हैं। सरकार की पहल के बाद कई अन्य कंपनियों का सहयोग भी फैक्ट्री को मिल रहा है। इस सहयोग के बाद फैक्ट्री में जल जीवन मिशन की पाइप रेल वायर के राऊटर, इंटरनेट वाई फाई, टेलिकॉम डक्ट पाइप, टैबलेट, इनवर्टर व नोट काउंटिंग मशीन बनाने का काम शुरू किया गया है। दीपावली से पहले मिला ओ डी सी निर्माण का कांट्रैक्ट फैक्ट्री के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। फैक्ट्री प्रबंधन भी मान रहा है कि इस बड़े कांट्रैक्ट के बाद यहां की हालत में सुधार होगा और फैक्ट्री घाटे से बाहर निकल कर अपने पुराने स्वरूप को प्राप्त कर सकेगी। फैक्ट्री के महाप्रबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि नए उत्पाद के लिए यूनिट को 3900 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। 2400 करोड़ का वर्क आर्डर कंपनी को मिल चुका है। 4 जी ओडीसी का उत्पादन यूनिट में चल रहा है। सप्लाई भी शुरू हो गयी है।
1984 में हुई थी आईटीआई मनकापुर की स्थापना
मनकापुर रियासत के राजा कुंवर आनंद सिंह के प्रयास से वर्ष 1984 में मनकापुर आईटीआई फैक्ट्री की स्थापना की गयी थी। 250 एकड़ में फैले टाऊनशिप व 100 एकड़ में बना यह औद्योगिक संस्थान मनकापुर जैसे छोटे कस्बे के लिए किसी उपहार से कम नहीं था। इस फैक्ट्री ने यहां के विकास को न सिर्फ रफ्तार दी थी बल्कि रोजगार के तमाम अवसर भी दिए थे लेकिन बदलते दौर में खुद को अपडेट न कर पाने के कारण फैक्ट्री की हालत खस्ता होती गयी और यह घाटे में डूबती चली गयी।
2200 में से अब बचे सिर्फ 280 कर्मचारी
स्थापना के समय फैक्ट्री में करीब 2200 कर्मचारी काम रहे थे। कर्मचारियों को तमाम सुविधा दी जाती थी। कर्मचारियों को यात्रा व मेडिकल जैसी सुविधाएं मिलती थी तो परिसर के भीतर स्थित तीन तीन स्कूलों में कर्मचारियों के बच्चों की पढाई निशुल्क थी। लेकिन घाटे के बाद सभी सुविधायें खत्म कर दी गयीं। प्रबंधन ने उत्पादन व ग्राहक बढ़ाने के बजाय कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी। इनके वेतन और सुविधाओं में कमी कर दी। वर्तमान में यहां कुल 280 कर्मचारी व अधिकारी रह गए हैं जिन्हें समय से वेतन भी नहीं मिल रहा। नए कांट्रैक्ट के बाद अब स्थिति में सुधार की उम्मीद है।
2005 में फ्रांस की एल्काटेल कंपनी संग हुआ था करार
फैक्ट्री को घाटे से उबारने के लिए वर्ष 2005 में तत्कालीन केंद्र सरकार ने पहल की थी। इस पहल के बाद फ्रांस की एल्काटेल कंपनी संग बीटीएस निर्माण के लिए फैक्ट्री का करार हुआ था। कांग्रेस की चेयरपर्सन रहीं सोनिया गांधी ने बीटीएस निर्माण का उद्घाटन किया था। बीटीएस निर्माण शुरू हुआ जो देश ही नहीं विदेश में भी निर्यात हुआ लेकिन 2008 में यह करार खत्म हो गया और कंपनी फिर से पुराने ढर्रे पर आ गयी। वर्ष 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद फैक्ट्री को विशेष पैकेज दिया गया था जिससे फैक्ट्री का काम चल रहा है।
फैक्ट्री में हो रहा कई अन्य प्रोडक्ट्स का निर्माण
मनकापुर आईटीआई फैक्ट्री में बीएसएनएल के 4जी नेटवर्क के लिए आउटडोर कैबिनेट के अलावा जल जीवन मिशन योजना के तहत लगने वाली पाइप, रेल वायर के राऊटर इंटरनेट वाई फाई, टेलिकॉम डक्ट पाइप, टेबलेट, इनवर्टर व नोट काउंटिंग मशीन का उत्पादन हो रहा है। जल्द ही फैक्ट्री मे सोलर प्लेट उत्पादन का कार्य शुरू होना है। डिफेंस के साथ कुछ सुरक्षा उपकरण बनाने के लिए भी कंपनी का करार हुआ है। उसका निर्माण भी यहां किया जाएगा। आईटीआई के प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष राजेश राय ने बताया कि बीएसएनएल के 4जी ओडीसी उत्पादन के लिए यूनिट को 3900 करोड़ रुपये का कांट्रैक्ट मिला है। इसमें से 2400 करोड़ का वर्क ऑर्डर भी मिल चुका है। ओडीसी का उत्पादन शुरू कर दिया गया है। आगे भी कई प्रोजेक्ट है जिन पर काम चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही फैक्ट्री घाटे से उबर सकेगी।
आईटीआई कर्मचारी संघ मनकापुर के महामंत्री उमेश श्रीवास्तव ने बताया कि मनकापुर की तरह ही नैनी, रायबरेली, बेंगलुरु, पालघाट और श्रीनगर में भी आईटीआई यूनिट्स हैं लेकिन सबसे खराब स्थिति मनकापुर की है। अब इसे पुन: पटरी पर लाने के लिए उपाय हो रहे हैं। कई कंपनियां भी सहयोग कर रही हैं जिससे कई प्रोडक्ट का निर्माण यूनिट में किया जा रहा है। प्रबंधन की नीतियो से लग रहा है जल्द ही आईटीआई पहले की तरह फिर सब सही हो जाएगा।
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