मुरादाबाद: सर तन से जुदा के लगाए थे नारे, मुकदमा दर्ज हुआ तो एसएसपी से मिले उलमा, बताया नौजवानों की नादानी
जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान लगाए गए थे भड़काऊ नारे, पुलिस ने दर्ज की थी रिपोर्ट
मुरादाबाद, अमृत विचार। तीन दिन पहले बिलारी थाना क्षेत्र में जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान कुछ युवकों ने 'गुस्ताखे रसूल के लिए सजा, सर तन से जुदा' जैसे भड़काऊ नारे लगाए थे। जिसको लेकर हिन्दू संगठनों ने कोतवाली पहुचकर भड़काऊ भाषण देने वालो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। भड़काऊ नारे लगाने वाले युवकों के समर्थन में अब मुरादाबाद के शहर इमाम आ गए। उन्होंने एक दर्जन के करीब उलमा के साथ एसएसपी से मुलाकात की और मुकदमा खत्म करने की मांग की।
दरअसल ईद मिलादुन्नबी के दिन मुरादाबाद शहर के अलावा जिले की सभी तहसीलों में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया था। बिलारी थाना क्षेत्र में भी जुलूस निकाला गया था। जुलूस में शामिल कुछ युवकों ने गुस्ताखे रसूल के लिए सजा सर तन से जुदा जैसे भड़काऊ नारे लगाए थे। जुलूस में चल रहे पुलिसकर्मियों ने उन युवकों को तुरंत रोका भी था। साथ ही उन्हें थाने ले जाने लगे, लेकिन जुलूस में चल रहे कई बुजर्गो ने गलती मानते हुए युवकों को छुड़ा लिया। भड़काऊ नारों का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। जिसके बाद हिन्दू संगठनों ने बिलारी कोतवाली पहुचकर इन युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। गुरुवार को मुरादाबाद जनपद के करीब एक दर्जन उलमा मुरादाबाद शहर इमाम सैयद मासूम अली के नेतृत्व में एसएसपी सतपाल अंतिल से मिले। मौलाना हसन रजा स्टेट प्रेसिडेंड आल इंडिया तंजीम ने एसएसपी से कहा कि भड़काऊ नारे लगाने वाले युवक मासूम हैं। भविष्य में ये क्या कोई भी किसी भी जुलूस और जलसे में इस तरह के नारे नहीं लगाएंगे। लिहाजा दर्ज किया गया मुकदमा वापस लिया जाए।
एसएसपी ने दिया आश्वासन, साथ ही नसीहत भी की
एसएसपी सतपाल अंतिल ने भी कहा कि आप अपने बच्चों को यह सिखाएं कि इस तरह के नारे लगाने से माहौल खराब होता है। एसएसपी ने मौलाना को आश्वसन दिया कि युवकों के खिलाफ जो मुकदमा दर्ज किया गया है उसे वापस ले लिया जाएगा। लेकिन भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा हुई तो सख्त कार्रवाई होगी।