मुरादाबाद : खतरे के निशान से सिर्फ 40 सेमी. नीचे रामगंगा, गागन भी बढ़त पर

मूंढापांडे क्षेत्र के कई गांवों में अभी भी है बाढ़ का पानी, बारिश न होने से थोड़ी राहत लेकिन पहाड़ों में हुई बारिश के बाद पानी छोड़े जाने से बढ़ा जिले में संकट

मुरादाबाद : खतरे के निशान से सिर्फ 40 सेमी. नीचे रामगंगा, गागन भी बढ़त पर

मुरादाबाद, अमृत विचार। बारिश बंद होने के बाद भी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। उत्तराखंड के पहाड़ों में हुई बारिश से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने से नदियों का जलस्तर जिले में बढ़ने से लोगों को परेशानी हो रही है। मूंढापांडे क्षेत्र के कई गांवों में अभी भी बाढ़ का पानी भरा है। खेतों में पानी घुसने से फसलों को भी नुकसान हो रहा है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सत्यम मिश्र ने बाढ़ की चपेट में आए गांवों में पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया। लोगों को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।

पिछले कई दिनों से हो रही बारिश का क्रम थम गया है। लेकिन पहाड़ों में हुई बारिश से नदियों में अतिरिक्त जल छोड़े जाने से मुरादाबाद में कटघर रेलवे पुल पर रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। रविवार को जलस्तर 190.20 मीटर रहा। जबकि यहां खतरे का निशान 190.60 मीटर है। यहां रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 40 सेंटीमीटर नीचे है। वहीं रामगंगा नदी कालागढ़ में भी बढ़ने के क्रम में है। यहां जलस्तर 356.630 मीटर रहा, जबकि खतरे का बिंदु 365.300 मीटर है। कलेक्ट्रेट स्थित जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण कार्यालय से दी गई जानकारी के मुरादाबाद में गागन नदी का जलस्तर भी बढ़ते क्रम में 190.05 मीटर रिकॉर्ड किया गया। यहां नदी के खतरे का निशान 190.28 मीटर है। गागन खतरे के निशान से सिर्फ 23 सेंटीमीटर नीचे बह रही है।

शनिवार व रविवार को जिले में किसी भी तहसील में बारिश नहीं हुई
बाढ़ का पानी सदर तहसील के मूंढापांडे विकास खंड के गदईखेड़ा, भैयानगला, हरपाल नगर, रनियाठेर, वीकनपुर में भरा है। यहां गांव व खेतों में बाढ़ का पानी है। इसको देखते हुए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सत्यम मिश्र ने तहसील स्टॉफ के साथ मौके पर निरीक्षण किया। लोगों को भरोसा दिलाया कि प्रशासन की पूरी स्थिति पर नजर है।

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