तस्करों के पास 35 लाख की प्रतिबिन्धित लकड़ी बरामद: बांस में छिपाई गई थी लकड़ी, बिल भी निकला फर्जी
बाराबंकी, अमृत विचार। ट्रक पर बांस की लकड़ी में छिपा कर प्रतिबन्धित लकड़ी की तस्करी कर रहे दो तस्कर दबोचे गए हैं। यह सभी कोलकाता का बिल बनाकर चीड़ की लकड़ी मेघालय से गुड़गांव ले जा रहे थे। बरामद लकड़ी की कीमत करीब 35 लाख बताई जा रही है।
थाना सफदरगंज पुलिस ने मैनुअल इंटेलीजेन्स के आधार यासीन व मो0 साजिद निवासीगण भानमण्डी पोस्ट निजाम डाण्डी थाना जहानाबाद जनपद पीलीभीत को पल्हरी बाजार, बकरा मण्डी के पास से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 75 अदद चीड़ की लकड़ी के बोटे, बांस एवं बांस के टुकड़े वजन करीब 10 टन, कूट रचित टैक्स इनवाइस व ईवे बिल, एक ट्रक यू.पी. 25 सी.टी. 6241 बरामद किया गया।
पूछताछ में पता चला कि यह तस्कर प्रतिबन्धित लकड़ी को मेघालय प्रान्त से गुड़गांव (हरियाणा) ले जा रहे थे। इनके द्वारा प्रतिबन्धित लकड़ी बांस की लकड़ी के नीचे छिपाकर तस्करी की जाती है। कूटरचित टैक्स इनवाइस में बांस की लकड़ी प्राप्त करने वाले का पता कोलकाता अंकित है जबकि यह लोग लकड़ी गुड़गांव ले जा रहे थे। बाला जी ट्रांसपोर्ट के मालिक के कहने पर ट्रक में माल स्वामी मुकेश गोस्वामी ने अपने गोदाम से प्रतिबन्धित लकड़ी, बांस के बीच में छिपाकर लदवाई थी।
प्रतिबन्धित लकड़ी को ट्रक के मालिक मो0 रेहान, बाला जी ट्रांसपोर्ट के मालिक, मुकेश गोस्वामी व गिरफ्तार अभियुक्त यासीन व मो0 साजिद की सहमति से षडयन्त्र के तहत ट्रक के अन्दर छिपाकर मेघालय से गुड़गांव ले जा रहे थे। प्रतिबन्धित तस्करी में लिप्त प्रकाश में आए अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध ग्रामीण एवं पर्वतीय क्षेत्रों में वृक्षों का संरक्षण अधिनियमव ट्रांजिट ऑफ टिम्बर एण्ड अदर फारेस्ट प्रोड्यूस रूल्स के तहत मामला दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें- अभिषेक हत्याकांड : एक लाख रुपए वापस नहीं करने पर दोस्त ने की थी हत्या