कानपुर में हरबंश मोहाल की धसक रही जमीन, डर से सड़क पर निवासी गुजार रहे रातें, महापौर ने मेट्रो के अधिकारियों को फटकारा

कानपुर में हरबंश मोहाल की धसक रही जमीन, डर से सड़क पर निवासी गुजार रहे रातें, महापौर ने मेट्रो के अधिकारियों को फटकारा

कानपुर, अमृत विचार। हरबंश मोहाल में मेट्रो टनल निर्माण के बाद एक मकान जमीन में समा चुका है। जबकि आस-पास के कई मकानों में दरारें आ गई। उनके भी गिरने का खतरा मंडरा रहा है। इस बीच मेट्रो ने क्षेत्र में सर्वे पूरा कर लिया है। 

मेट्रो 12 मकानों को खाली कराने के साथ ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा। इसके लिये विभाग ने डीएम से अनुमति मांगी थी। जिसपर डीएम ने नगर निगम से जरूरी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। 

वहीं, शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने महापौर प्रमिला पांडेय पहुंची, इस दौरान उन्होंने मेट्रो के अधिकारियों को बुलाकर हड़काया और पीड़ितों को तीन महीने का एडवांस देने के निर्देश दिये। साथ ही टनल की खुदाई से हुए जर्जर मकानों की जांच आईआईटी से कराने के निर्देश दिया। 

महापौर प्रमिला पांडेय ने शुक्रवार दोपहर में हरबंश मोहाल इलाके का दौरा किया। प्रमिला पांडेय, नगर निगम के मुख्य अभियंता सैय्यद फरीद अख्तर जैदी, मेट्रो अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचीं। महापौर ने वहां के हालात देखे तो पता चला कि टनल की खुदाई के कारण इलाके की सीवर लाइन, वाटर लाइन एवं ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। मेट्रो अधिकारियों ने महापौर को बताया कि कुल 12 मकान जर्जर है। 

जबकि आसपास के 45 मकानों में थोड़ी बहुत समस्या है। जिससे जल्द से जल्द ठीक करा दिया जाएगा। मेट्रो अधिकारियों ने बताया  जो बिल्डिंग गिरी है। उसी के ठीक बगल वाली बिल्डिंग भी गिराऊ है। महापौर ने कहा कि हरबंश माहोल में ज्यादातर मकानों में किरायेदार हैं। इसलिए तत्काल 3 महीने का किराया पीड़ितों को एडवांस में दें। क्योंकि, मुआवजा मिलने में समय लग सकता है। 

महापौर ने कहा कि कितने मकानों में मरम्मत होना है। कितने मकान जर्जर है उनकी लंबाई चौड़ाई के साथ सूची बनाकर दो दिन के अंदर दें।  इस दौरान मेट्रो मुख्य अभियंता अजहर, प्रोजेक्ट मैनेजर ऋषि गंगवार, एजीएम सिविल ब्रजेश कुमार वर्मा, एफकॉन के डीके सिन्हा सहित नगर निगम जोन -1 के अधिकारी मौजूद रहे।

सड़क पर सोने को मजबूर स्थानीय

क्षेत्र में जमीन का बड़ा हिस्सा दरकने से हरबंश मोहाल में एक मकान ताश के पत्तों की तरह ढह गया। दूसरा मकान भी आधा लटक गया। अब इसे भी पूरी तरह गिराया जाएगा। जो मकान गिरा, उसमें 4 किरायेदार रहते थे। सभी आज सड़कों पर आ गए हैं और उनकी पूरी गृहस्थी बर्बाद हो गई है। 

आसपास के मकानों में दरारें आ गई हैं। जिनके मकानों में पहले दरारें थीं, अब वो और गहराने लगी हैं। इसको देखते हुए कई लोगों ने गृहस्थी सड़क पर रख दी है। महिलाओं से लेकर बच्चे तक सड़क पर सोने को मजबूर हैं। गृहस्थी बारिश के मौसम में खुले आसमान के नीचे रखी है। 

यह मकान मेट्रो ने खाली कराने के लिये किये चिह्नित

63/53 बी चंद्रभान व सुशील कुमार, 62/74 राज कुमार, 62/73 नीता राज, 63/51 प्रमाद कुमार, 63/50 सुरेश चंद्र बाजपेई, 62/93 (जी-1) रवींद्र कुमार जायसवाल व मोहिनी जायसवाल, 62/92 किशन लाल गुप्ता व ओम प्रकाश गुप्ता, 62/91 अमर नाथ गुप्ता, 62/75 अंबिका प्रसाद गुप्ता, 62/75 ए नंदेश्वरी गुप्ता, 62/76 जगत नारायण गुप्ता।

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