बरेली:मां-बेटी निकली 'बंटी बबली' की भी उस्ताद, कृषि विभाग में नौकरी लगवाने के बहाने लाखों ठगे

किच्छा की रहने वाली एकता आनंद ने वीर सावरकरनगर में बनाया कार्यालय

बरेली:मां-बेटी निकली 'बंटी बबली' की भी उस्ताद, कृषि विभाग में नौकरी लगवाने के बहाने लाखों ठगे

बरेली,अमृत विचार। मीरगंज के युवक से मां-बेटी ने अपने साथियों के साथ मिलकर कृषि विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर 5.73 लाख रुपये ले लिए। नौकरी न लगने पर जब पैसे मांगे तो झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। थाना इज्जतनगर पुलिस ने मां-बेटी समेत चार लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है।


मीरगंज के मोहल्ला रतनपुरी निवासी विरला गुप्ता ने बताया कि उनके भाई अनुराग गुप्ता की ससुराल रामपुर के कस्बा बिलासपुर के मोहल्ला कायस्थान में है। भाई के ससुराल के पास रहने वाली चंद्रकांता श्रीवास्तव से उनकी जान पहचान है। चंद्रकांता ने बताया कि किच्छा, रुद्रपुर निवासी उनकी बेटी एकता आनंद की जान पहचान कृषि विभाग के अधिकारियों से है। वह कृषि विभाग दिल्ली में नौकरी लगवा सकती है। वह अपने भाई की भी नौकरी लगवा रही है। चंद्रकांता ने अपने मोबाइल से एकता आनंद से फोन पर बात कराई। एकता ने उन्हें बताया कि नौकरी लग जाएगी, लेकिन 5.50 लाख रुपये देने होंगे। आरोप है कि एकता आनंद ने 17 फरवरी को विरला गुप्ता को वीरसावरकर नगर स्थित अपने कार्यालय पर बुलाया। वहां उन्होंने एकता आनंद के खाते में 30 हजार रुपये ट्रांसफर किए। 19 फरवरी को 98 हजार रुपये नकद दिए। 

नौकरी नहीं लगने पर पैसे वापस मांगे तो धमकाया
पैसे मिलने के बाद एकता आनंद ने नियुक्ति पत्र दे दिया और ईमेल आने पर पद ग्रहण करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद एकता आनंद ने कई बार में अपने सहयोगी शगुन सक्सेना, पुनीत श्रीवास्तव और धीरज ठाकरे के खाते में 5.50 लाख रुपये ट्रांसफर कराए। नौकरी न लगने पर आरोपियों से पैसे मांगे तो वे टालमटोल करने लगे। आरोपियों ने धमकी दी कि वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं। उसकी पहुंच ऊपर तक है और पैसे देने से भी इन्कार कर दिया और झूठे मुकदमे फंसाने की धमकी दी। विरला की शिकायत पर इज्जतनगर पुलिस ने एकता आनंद, चंद्रकांता श्रीवास्तव, शगुन सक्सेना, पुनीत श्रीवास्तव और धीरज ठाकरे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पीड़ित ने बताया कि आरोपी अपने कार्यालय में बैठकर भोले भाले लोगों को नौकरी, शादी और अन्य कामों के नाम पर ठगते हैं। फीस लेकर फर्जी इंटरव्यू कराते हैं ।

धीरज ठाकरे को बना दिया फर्जी अधिकारी
विरला गुप्ता ने बताया कि एकता आनंद ने धीरज ठाकरे नाम के एक व्यक्ति से फोन पर बात कराई। बताया कि धीरज कृषि विभाग का उच्चाधिकारी है। इसके बाद उसने विरला के पास कृषि विभाग का ईमेल भेजा और रामपुर में पद ग्रहण करने को भेजा। विरला ने बताया कि जब वह नियुक्ति पत्र और ईमेल की कॉपी लेकर रामपुर में कृषि विभाग में पहुंचे तो वहां इन्कार कर दिया। इसके बाद वह दोबारा एकता आनंद के पास पहुंचे तो उसने 25 हजार रुपये मांगे। उन्होंने भरोसा कर 25 हजार रुपये और दे दिए, तब एकता आनंद ने दोबारा कंफर्मेशन लेटर दिया और रामपुर भेजा। जब दोबारा रामपुर गया तो भगा दिया गया। इसके बाद ठगी का एहसास हुआ तो रिपोर्ट दर्ज कराई।


 

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