Paris Olympics 2024 : भारतीय हॉकी टीम ने शूटआउट में ब्रिटेन को हराया, ओलिंपिक मेडल से एक जीत दूर
पेरिस। अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे पीआर श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए और 42 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4 . 2 से हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की जिसने ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढ़त नहीं बनाने दी।
ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली। निर्धारित समय तक स्कोर 1 . 1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में गया। शूटआउट में भारत के लिये कप्तान हरमनप्रीत सिंह , सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल दागे जबकि इंग्लैंड के जेम्स अलबेरी और जाक वालांस ही गोल कर सके। कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया। टोक्यो ओलंपिक में ब्रिटेन को ही हराकर भारतीय टीम अंतिम चार में पहुंची थी।
A famous victory!!!!
— Hockey India (@TheHockeyIndia) August 4, 2024
What a game. What a Shootout.
Raj Kumar Pal with the winning penalty shot.
We are in the Semis.
India India 🇮🇳 1 - 1 🇬🇧 Great Britain
SO: 4-2
Harmanpreet Singh 22' (PC)
Lee Morton 27' #Hockey #HockeyIndia #IndiaKaGame #HockeyLayegaGold… pic.twitter.com/S01hjYbzGr
श्रीजेश टोक्यो में कांस्य पदक के मुकाबले में जर्मनी के खिलाफ भी भारत की दीवार साबित हुए थे और उन्होंने पेरिस ओलंपिक के अब तक के सबसे कठिन मुकाबले में भी अपेक्षाओं पर खरे उतरकर दिखाया। निर्धारित समय में भारत के लिये हरमनप्रीत ने 22वें और ली मोर्टन ने 27वें मिनट में गोल दागा था । रोहिदास को रेड कार्ड मिलने का ब्रिटेन ने फायदा उठाते हुए 19वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर बनाया लेकिन गोल नहीं कर सके । भारत को जवाबी हमले में 22वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने गोल में बदला। यह पेरिस ओलंपिक में उनका सातवां गोल था।
ब्रिटेन टीम गेंद पर नियंत्रण में भारत पर लगातार भारी रही और 25वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर उसे वैरिएशन आजमाया लेकिन खाता नहीं खुल सका। अब तक शानदार प्रदर्शन कर रहे भारतीय डिफेंस में पहली बार चूक देखी गई और 27वें मिनट में सर्कल पर से गोल के सामने मिली गेंद को मोर्टन ने गोल के भीतर डाला । तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम फिर गेंद पर नियंत्रण के लिये जूझती नजर आई।
ब्रिटेन ने पहले ही मिनट से आक्रामक खेल दिखाया और 36वें मिनट में उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर फर्लोंग का शॉट श्रीजेश ने बचाया। ब्रिटेन को तीन मिनट बाद आठवां पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर पहला और रिबाउंड दोनों शॉट भारतीय डिफेंडरों ने बचाये। तीसरे क्वार्टर के आखिरी मिनट में सुमित को ग्रीन कार्ड मिलने से चौथे क्वार्टर के पहले दो मिनट भारत को नौ खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा।
Indian hockey team has scripted history once more...
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 4, 2024
The Indian hockey team has qualified for the semifinals in the Olympics defeating Great Britain. Heartfelt congratulations to all the players and every proud Indian!
This historic achievement belongs to every Indian. May this…
ब्रिटेन ने चौथे क्वार्टर में लगातार हमले बोलने का सिलसिला जारी रखा लेकिन भारत की तारीफ करनी होगी कि दस खिलाड़ियों के साथ उसने गोल नहीं गंवाया। इससे पहले शुरूआती क्वार्टर में भारतीय डिफेंस ने जबर्दस्त मुस्तैदी दिखाते हुए ब्रिटेन के कई हमलों को नेस्तनाबूद किया। दोनों टीमों को पहले 15 मिनट में तीन तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका। इंग्लैंड को पांचवें ही मिनट में रेफरल पर पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर अनुभवी डिफेंडर अमित रोहिदास ने जेरेथ फर्लोंग का शॉट बचाया । अगले ही पल मिले दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर जैक वालेर का शॉट भी ओडिशा के इस खिलाड़ी ने बखूबी बचाया।
भारतीय टीम 11वें मिनट में गोल करने के करीब पहुंची जब सुखजीत सिंह गेंद लेकर आगे बढे और हार्दिक सिंह को पास दिया जिन्होंने गेंद मनदीप को सौंपी लेकिन ब्रिटेन के गोलकीपर ओली पेन ने बखूबी बचाव किया। अगले ही मिनट हार्दिक ने शानदार फॉर्म में चल रहे अभिषेक को गोल के सामने पास दिया लेकिन उनका निशाना सही नहीं लगा । अगले मिनट में इंग्लैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर श्रीजेश चूके लेकिन जरमनप्रीत ने जबर्दस्त चुस्ती दिखाते हुए स्टिक से गेंद रोकी और उधर श्रीजेश ने तुरंत उसे बाहर निकाल दिया। भारत को 13वें मिनट में लगातार तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन हरमनप्रीत के तीनों प्रयास विफल रहे।
लवलीना और निशांत मुक्केबाजी के क्वार्टरफाइनल में हारे
भारतीय महिला मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और पुरूष वर्ग निशांत देव को क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। मुकाबले में लवलीना बोरगोहेन को महिलाओं के 75 किग्रा क्वार्टरफाइनल में चीन की ली कियान के खिलाफ स्प्लिट डिसीजन (4-1) से हार का सामना करना पड़ा। वहीं कल देर रात एक अन्य मुकाबले में निशांत देव पुरुषों के 71 किलो वर्ग के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में मेक्सिको के मार्को वर्डे के खिलाफ 4-1 से हार का सामना करना पड़ा। पर्दापण ओलंपिक में निशांत ने शुरुआती राउंड में अपने आक्रामक खेल का मुजाहिरा किया और मार्को वर्डे के खिलाफ लगातार बेहतरीन पंचों का इस्तेमाल किया। दूसरी वरीयता प्राप्त मुक्केबाज मार्को वर्डे भारतीय मुक्केबाज के खिलाफ शुरुआत से ही रक्षात्मक रहे। तीसरे राउंड में मार्को वर्डे ने निशांत के खिलाफ बढ़त बना ली और अंत में निशांत देव को हार का सामना करना पड़ा।
पारुल ने किया निराश
भारतीय धावक पारुल चौधरी पेरिस ओलंपिक में महिलाओं के 3000 मीटर स्टीपलचेज इवेंट के राउंड 1 में अपनी हीट में आठवें स्थान पर रहीं। 29 वर्षीय भारतीय एथलीट ने स्टेड डी फ्रांस में आज हुई स्पर्धा में अपने सीजन का सर्वश्रेष्ठ समय 9:23.39 के साथ आठवें स्थान पर रही। इस स्पर्धा में शीर्ष पांच धावक ही फाइनल में पहुंचते है। पारुल महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज और 5000 मीटर दोनों में नेशनल रिकॉर्ड धारक हैं।
ये भी पढ़ें : Paris Olympics 2024 : ओलंपिक मुक्केबाजी की विवादित स्कोरिंग ने Nishant Dev से छीना पदक?