बरेली: नाले को देखती हूं तो दहल जाता है दिल, डूब कर मरा बेटा...गम में पति की भी गई जान, फिर भी नहीं पसीजा निगम का दिल

बरेली: नाले को देखती हूं तो दहल जाता है दिल, डूब कर मरा बेटा...गम में पति की भी गई जान, फिर भी नहीं पसीजा निगम का दिल

बरेली, अमृत विचार। इसी खुले नाले की वजह से हमने अपना बेटा खो दिया। नाले में डूबकर इकलौते बेटे की जान चली जाने का सदमा इस कदर दिल में बैठा कि मेरे पति भी होश खो बैठे। दो साल पहले वह भी दुनिया छोड़कर चले गए। ये नाला अब भी वैसा ही है। जब भी इसे देखती हूं तो दिल दहल जाता है।

सुभाषनगर में रहने वाली पुष्पा बृहस्पतिवार को छह साल पुरानी आपबीती सुनाते हुए भावुक हो गईं। बताया, 25 अगस्त 2018 का दिन था। बारिश की वजह से नाले में ऊपर तक पानी बह रहा था। उनका 10 वर्षीय बेटा विपिन किसी काम से घर से निकला था, कुछ ही देर बाद पता चला कि वह नाले में गिर गया। उसे तलाश करने में कई घंटे लग गए। नाले से निकाला गया, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। इकलौते बेटे के न रहने से उनकी जिंदगी तबाह हो गई। पति राजाराम सदमे की वजह से मानसिक रूप से बीमार हो गए। काम-धंधा छोड़कर घर पर बैठ गए। दो साल पहले उनकी भी मौत हो गई।

पुष्पा कहती हैं कि उन्हें कोई सरकारी मुआवजा नहीं मिला, यह अलग बात है लेकिन इससे भी ज्यादा दुख उन्हें इस बात का है कि नाला अब भी वैसे ही खुला हुआ है। बल्कि अब तो उसकी दीवार भी गिर चुकी है जिसकी वजह से वह और खतरनाक हो गया है। नाले के तेज बहाव से सड़क कट रही है मगर इस पर किसी का ध्यान नहीं है। आसपास फिसलन है। वह जब भी ये नजारा देखती हैं तो डर जाती हैं कि कहीं किसी और के साथ वैसा न हो, जैसा उनके साथ हुआ।

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