बरेली: दरोगा के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद तूल पकड़ा मामला, सीओ बहेड़ी को सौंपी जांच

इंस्पेक्टर शीशगढ़ के एंटी करप्शन और पत्रकारों को गालियां देते हुए ऑडियो वायरल

बरेली: दरोगा के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद तूल पकड़ा मामला, सीओ बहेड़ी को सौंपी जांच

बरेली, अमृत विचार। शीशगढ़ की बंजरिया पुलिस चौकी के इंचार्ज जितेंद्र सिंह को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किए जाने के बाद अब इंस्पेक्टर शीशगढ़ रविंद्र कुमार के दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिनमें वह एंटी करप्शन की टीम को गालियां दे रहे हैं। इसके साथ ये भी कह रहे हैं कि उन्होंने अफसरों से पहले ही कहा था कि ये दरोगा उनके बस में नहीं है, उसे हटा दें लेकिन अफसरों ने उनकी नहीं सुनी। अब उसी दरोगा को उनका खास बताया जा रहा है। एसएसपी सीओ बहेड़ी को इसकी जांच का निर्देश दिया है।

एंटी करप्शन की टीम ने एक केस खत्म करने की एवज में 10 हजार रुपये की रिश्वत ले रहे बंजरिया चौकी के इंचार्ज जितेंद्र कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जितेंद्र को थाना प्रभारी रविंद्र कुमार का करीबी बताया जा रहा है।

सोमवार को इंस्पेक्टर के दो ऑडियो वायरल हुए। एक ऑडियो में वह अपने खेत से मिट्टी चोरी की रिपोर्ट लिखाने वाले एक किसान को धमका रहे हैं। किसान ने एसएसपी से शिकायत की थी कि उसने तहरीर में ईट भट्ठा मालिक का नाम दिया था, लेकिन पुलिस ने एफआईआर में उसका नाम गायब कर दिया। इसी पर इंस्पेक्टर उस पर भड़के हुए हैं।

ऑडियो में वह गाली देते हुए किसान से कह रहे हैं कि पत्रकार उनका कुछ नहीं कर पाएंगे। दूसरे ऑडियो में एक प्रधान इंस्पेक्टर से खनन का ट्रैक्टर ट्रॉली छोड़ने का अनुरोध कर रहा है। बता रहा है कि खनन की अनुमति है। इसमें भी इंस्पेक्टर ट्रैक्टर का फोटो खींचने वाले पत्रकारों को लेकर गालियां दे रहे हैं। यह भी कह रहे हैं कि दरोगा जितेंद्र को उनका खास बताया जा रहा है लेकिन वह पहले ही लगातार अधिकारियों से कह रहे थे कि इसे हटा दें, वह उनके कब्जे में नहीं है। अधिकारियों ने उनकी सुनी होती तो ये नौबत ही न आती।

शीशगढ़ थाना प्रभारी के वायरल हुए दो ऑडियो संज्ञान में आए हैं। इनकी जांच सीओ बहेड़ी को दी गई है। जांच में इंस्पेक्टर दोषी पाए गए तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूरे महकमे में स्पष्ट कर दिया गया है कि कोई गलत काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। - घुले सुशील चंद्रभान, एसएसपी

ये भी पढ़ें- बरेली: 'धर्मात्माओं' के शहर में अनाथालय बंद...ये अनाथ बच्चियां अब कहां जाएं