नए साफ्टवेयर से टैक्स जमा करना आसान, बकाया पर चक्रवृद्धि ब्याज की व्यवस्था समाप्त: उमेश गौतम

नए साफ्टवेयर से टैक्स जमा करना आसान, बकाया पर चक्रवृद्धि ब्याज की व्यवस्था समाप्त: उमेश गौतम

बरेली, अमृत विचार: नगर निगम के नए साफ्टवेयर से लोग घर के पास ही टैक्स जमा कर सकेंगे। इसके अलावा बकाया टैक्स पर साधारण ब्याज की वसूल किया जाएगा और चक्रवृद्धि ब्याज की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। नए सर्वे में भवनों की संख्या बढ़ने से नगर निगम की 45 करोड़ रुपये की आय भी बढ़ जाएगी। यह जानकारी मेयर डॉ. उमेश गौतम ने बुधवार को प्रेसवार्ता में दी।

नगर निगम में प्रेसवार्ता में मेयर और नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स ने नए साफ्टवेयर के बारे में विस्तार से बताया। मेयर ने बताया कि जीआईएस सर्वे के बाद नगर निगम क्षेत्र में 2,28,385 भवन चिह्नित किए गए हैं। पहले से 1,45,488 भवन कर के दायरे में थे और अब 82897 नए भवन बढ़ गए हैं। इससे 45 करोड़ रुपये की राजस्व वृद्धि होगी।

उन्होंने बताया कि पहले सिर्फ 30 प्रतिशत भवनस्वामी नियमित हाउस टैक्स जमा करते थे और बाकी पर कई साल से बकाया चला आ रहा है। नए साफ्टवेयर से बिल निकालने और कर जमा करने की शुरुआत हो चुकी है, अगर किसी को लगता है कि उसके मकान का कर निर्धारण गलत हो गया है तो वह भवन नंबर के साथ आनलाइन फार्म भर कर आपत्ति दर्ज करा सकता है।

अगर विवादित प्रापर्टी है तो उसकी शिकायत करें, जिसका अगस्त तक निराकरण कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भवनों की संख्या बढ़ने से नगर निगम का दोगुनी आय होने से शहर का विकास तेजी से होगा। दो साल के भीतर सभी कच्ची गलियों को पक्का करने का काम किया जाएगा।

डिजिटल पेमेंट पर एक फीसदी अतिरिक्त छूट
मेयर ने बताया कि जून और जुलाई में कर जमा करने वालों को 10 फीसदी, अगस्त, सितंबर में 7.5 फीसदी, अक्टूबर और नवंबर में पांच फीसदी छूट का प्राविधान किया गया। अगर कोई डिजिटल माध्यम से कर जमा करता है तो एक फीसदी अतिरिक्त छूट दी जाएगी। नगर निगम को बैंक आफ बड़ौदा 100 ई-पाॅस मशीन उपलब्ध कराएगा। सभी 80 वार्डों में पार्षदों के कार्यालयों पर इससे टैक्स जमा किया जाएगा।

 इसके अलावा ग्राहक सेवा केंद्र पर टैक्स जमा करने की सुविधा होगी। बैंक आफ बड़ौदा के 150 ग्राहक सेवा केंद्र शहर में है। बिल पर दिए गए क्यूआर कोर्ड से भी कर जमा किया जा सकता है। सभी भवनों की यूनिक आईडी और फोटो अपलोड की गई है।

इसे ऑनलाइन देखा जा सकता है, जबकि पुराने साफ्टवेयर में भवनों के मूल्यांकन का विवरण, स्वत: आगणन, बकाया के वर्ष वार विवरण की सुविधा नहीं थीं। आने वाले समय में भवनों के नेमप्लेट की व्यवस्था की जाएगी। जिस पर क्यूआर कोड होगा, इसके माध्यम से कई सुविधाएं मिलेंगी।

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