मुरादाबाद: कमरे में लगी आग, दम घुटने से बुजुर्ग की मौत
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, संदिग्ध परिस्थितियों में लगी आग से सामान जलकर राख
मुरादाबाद, अमृत विचार। रामगंगा विहार फेज-एक में किराये के मकान में बुजुर्ग की रात में बंद कमरे में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस कमरे में आग लगने से सारा सामान जलकर राख हो गया। बुजुर्ग की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बताया जा रहा है कि चंद्र शेखर (60) पुत्र गजराम सिंह रात 12.30 बजे के दौरान घर लौटे थे। इसके बाद वह भूतल वाले कमरे में सो गए। उनके सोते समय ही कमरे में आग लगी, जबकि कमरे में बिजली तक की सुविधा नहीं है। आग कैसे लगी, चंद्रशेखर के परिजन इस संबंध में स्पष्ट नहीं बता रहे हैं। चंद्रशेखर के छोटे भाई के बेटे कुलदीप तोमर ने बताया कि उनके पास गुरुवार तड़के चार बजे के दौरान चंद्रशेखर के बेटे अमित का फोन आया था।
उसने पिता की मौत होने की सूचना दी थी। जिस पर वह छजलैट स्थित अपने गांव सदरपुर मतलबपुर से 4.30 बजे चार पहिया वाहन से ताऊ के किराए वाले घर में पहुंचे थे। मौके पर जाकर देखा तो जिस कमरे में ताऊ (चंद्रशेखर) सोए थे, उस कमरे में राख के अलावा कुछ भी नहीं था। दीवारें और छत धुआं से काली थीं। कुलदीप ने बताया कि ताऊ के बेटे अमित ने उन्हें बताया है कि पिता का शव किचन में मिला है। जिस कमरे में चंद्रशेखर सोए थे, उसी से लगा किचन है और कमरे से किचन में जाने का रास्ता है। लेकिन, किचन से बाहर जाने वाला रास्ते का दरवाजा बंद था।
इसलिए वह निकल नहीं पाए और उनकी धुआं से ही घुटकर मौत हो गई। कुलदीप ने यह भी बताया कि उनके ताऊ चंद्रशेखर के तीन बेटे अमित, मोहित व हेमंत ठाकुर थे। इसमें हेमंत की सड़क हादसे में छह महीने पहले मौत हो गई थी और मोहित सऊदी अरब में जॉब करता है। यहां किराए वाले घर में अमित व उसकी पत्नी, माता-पिता और मोहित की पत्नी रहती थी।
रात में घटना के समय अमित अपने परिवार संग घर के प्रथम तल वाले कमरे में साेया था। इसी तल पर उसकी मां और मोहित की पत्नी सो रही थीं। कुलदीप ने बताया कि उन्होंने इस घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी है और ताऊ के शव को लाकर गांव में अंतिम संस्कार भी कर दिया है। उधर, इस मामले में सिविल लाइन थानाध्यक्ष राम प्रसाद शर्मा ने बताया कि घटना के संबंध में सूचना नहीं मिली है।
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