मथुरा: नगर भ्रमण को निकली मां काली के रौद्र रूप की झांकी, आकर्षण का रही केंद्र

मथुरा: नगर भ्रमण को निकली मां काली के रौद्र रूप की झांकी, आकर्षण का रही केंद्र

कोसीकलां, अमृत विचार। श्री रामलीला संस्थान के तत्वावधान में श्री रामलीला महोत्सव में मंगलवार को कुम्भकरण बध करने के पश्चात मां काली के विशाल रौद्र रूप की सवारी के साथ लाल एवं काल भैरव, लागुरिय, जोगन सहित आधा दर्जन झाकियां निकाली गयीं। झाकियों के भरतमिलाप चौक पर पहुंचने के बाद अहिराबण बध लीला का मचंन …

कोसीकलां, अमृत विचार। श्री रामलीला संस्थान के तत्वावधान में श्री रामलीला महोत्सव में मंगलवार को कुम्भकरण बध करने के पश्चात मां काली के विशाल रौद्र रूप की सवारी के साथ लाल एवं काल भैरव, लागुरिय, जोगन सहित आधा दर्जन झाकियां निकाली गयीं। झाकियों के भरतमिलाप चौक पर पहुंचने के बाद अहिराबण बध लीला का मचंन किया गया।

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कुम्भ करण से युद्ध करने युद्ध भूमि जाते राम-लक्ष्मण, हनुमान, सुग्रीव, जामवन्त के साथ वानर सेना की झांकी ब्राहम्ण धर्मशाला से निकाली गयी। कृषि अनाज मंडी पहुचने के बाद रामलीला मंचन के उपरांत कुंभकरण के प्रतीकात्मक पुतले का दहन किया गया।

तत्पश्चात देर रात्रि रामनगर स्थित काली मंदिर से दर्जनो जोगी, जोगनाओं, लागुरिया के साथ 21 किलो चांदी का मुकुट सिर पर धारण किये दोनों हाथो में चमचमाती तलवार लिए आगे व पीछे दो लाल एवं दो काल भैरव एक हाथ में घ्वज व दूसरे हाथ में तलवार लिए खेलते हुए मां काली के विशाल रौद्र रूप की पैदल सवारी तथा काली मां का पुष्प जडित भव्य डोला नगर भ्रमण के बाद मंगलवार-बुधवार की देर रात्रि करीब ढाई बजे भरतमिलाप चौक पर पहुंची।

इस बीच पग-पग पर उमड रहे हजारों लोंगो के हूजूम ने मां काली की आरती उतारी और हलुआ चना का भोग लगा मनोती मांगी। इस बीच लग रहे मां काली के जयकारों से समूचा नगर मातामय हो गया। तदोपंरांत भरतमिलाप चौक पर अहिराबण द्वारा श्रीराम-लक्ष्मण के हरण की लीला का मंचन किया गया।

जहां हनुमान जी द्वारा जमीन में ठोकर मारकर मां काली को पाताल लोक में प्रवेश कराया और राम-लक्ष्मण को मुक्त कराया, जहां राम-लक्ष्मण ने अहिराबण का बध किया। सूचना पाकर राबण ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार किया और युद्ध के मैदान मंे पहंुच गया, विभिन्न लीलाओं का मचन किया गया। झाकियों का नगरवासियों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। भरत मिलाप चौक पर मेला आचार्य पं0 मोरमुकुट शास्त्री द्वारा विधिवत मंत्रोच्चारण के मध्य लीला का संचालन पं0 सत्यनारायण पुरोहित ने किया।
झांकी में ये रहे मौजूद

राहुल जैन कांमिया, हरेन्द्र पाल, मुकेश जैन, प्रमोद बठैनिया, राहुल एड., कमल किशोर वार्ष्णेय, भगवत प्रसाद रूहेला, धर्मवीर अग्रवाल, तरूण सेठ, बिहारी लाल, मनीष कादौनिया, कैलाश सराफ, संजीव जाविया, देशबंधू अग्रवाल, दीपक बडगूजर, सौरभ जैन, वेद प्रकाश गोयल, सतीश, गिर्राज, सुभाष शर्मा, डॉ अमरसिंह पौनिया, कन्हैयालाल गोयल, दयाशंकर अग्रवाल, दीपक चौधरी, तरूण गुप्ता, दीपक गुप्ता, विकास जैन, अशोक बठैनिया, छोटू हरमोनियम वाले, पं. सुरेश शर्मा, वेद शर्मा, रामकिशन हलवाई, किरोडी टेंट वाले, आदि मौजूद थे।

पुलिस प्रशासन ने की चाक चौबन्द व्यवस्था
अतिसंवेदनशील माने जाने वाले नगर कोसीकलां में काली मेले को सकुशल संम्पंन कराने के लिए जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस.पी.देहात, उपजिलाधिकारी व सीओ छाता के दिशा निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार ने बताया कि व्यवस्था को चुरूस्त दुरूस्त रखने के लिए सुरक्षा की दृष्टि से नगर के सभी प्रवेश द्वारों पर भारी संख्या मे पुलिस कर्मियों को लगाया गया है।

वाहनों पर तीन सवारियो का प्रवेश पूर्णतया वर्जित कर दिया गया है। 8 एसओ, 80 कास्टेवल, 90 रिक रूट कास्टेवल, 10 महिला पुलिस कर्मी, सादा वर्दी में तैनात 20 पुलिसकर्मी, 30 एस.आई, 10 एस.एस.आई, 35 होमगार्ड, 2 कम्पनी पीएसी, तैनात किये गये हैं।

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