हरदोई: सूदखोर के ब्याज पर गिरवी पड़ी जिंदगी, बैनामे कर छीन ली घर की खुशी…जानें क्या हैं मामला

हरदोई: सूदखोर के ब्याज पर गिरवी पड़ी जिंदगी, बैनामे कर छीन ली घर की खुशी…जानें क्या हैं मामला

हरदोई। सूदखोर अब आदमखोर बनते जा रहें हैं। मज़दूरी पेशा भाइयों ने आना-पाई जोड़ कर अपनी पत्नियों के नाम ज़मीन खरीद कर घर बनाया था। घर बनाने के बाद उन भाइयों को तंगहाली ने घेर लिया। सूदखोर ने उसी का फायदा उठाते हुए ज़मीन के बैनामे को गिरवी रख कर रुपए दे दिए। कर्ज़ की …

हरदोई। सूदखोर अब आदमखोर बनते जा रहें हैं। मज़दूरी पेशा भाइयों ने आना-पाई जोड़ कर अपनी पत्नियों के नाम ज़मीन खरीद कर घर बनाया था। घर बनाने के बाद उन भाइयों को तंगहाली ने घेर लिया। सूदखोर ने उसी का फायदा उठाते हुए ज़मीन के बैनामे को गिरवी रख कर रुपए दे दिए। कर्ज़ की अदायगी होने लगी। लेकिन सूदखोर की नियत में खोंट आ गई।

उसने घर हड़पने के इरादे से किए गए करार की आड़ में शातिरपन से उलट-फेर करते हुए मामला अदालत पहुंचा दिया। सूदखोर उल्टे धमकी भी देने लगा। नतीजतन पहले देवर ने ज़हर खा कर खुदकुशी कर ली। उसके बाद उसकी भाभी ने भी ज़िंदगी से किनारा करने के इरादे से ज़हर खा लिया। जिसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।

बताया गया है कि कोतवाली शहर के कन्हई पुरवा निवासी मज़दूरी पेशा भाई अब्दुल हसीब,शोएब और आज़म ने आना-पाई जोड़ कर अपनी-अपनी पत्नियों के नाम से ज़मीन का एख टुकड़ा खरीदा था। जिस पर घर बनवाया। शोएब ने बताया है कि ज़मीन खरीद कर घर बनवाने के बाद तंगहाली आ गई। इस पर उसके छोटे भाई आज़म को सूद-ब्याज का धंधा करने वाला सुनील कुमार गुप्ता मिला, वह ज़मीन का बैनामा गिरवी रख कर 10 प्रतिशत के ब्याज पर रुपए देने की बात कही, चूंकि हालात बिगड़े हुए थे,इस वजह से उसकी बात माननी पड़ी।

ज़मीन का मालिकाना हक फ़हमीदा पत्नी अब्दुल हसीब,रशीदा पत्नी शोएब और यास्मीन पत्नी आज़म का था। सुनील ने अनपढ़ महिलाओं से दस्तखत-अगूंठा लगवा कर रुपए दे दिए। शोएब का कहना है कि उन तीनों भाई रात-दिन मज़दूरी कर कर्ज़ की अदायगी करने लगे। 30 जून की बात है, सुनील ने आज़म से कहा कि अभी उसके ऊपर तीन लाख रुपए बतौर कर्ज़ हैं।

हालांकि आज़म ने रुपए अदा होने की दलील दी। फिर भी उसने किसी की नहीं सुनी। बल्कि घर हड़पने की धमकी देते हुए कहा था कि इसका हल अब अदालत से ही होगा। सूदखोर की ऐसी बातें सुन कर आज़म सन्न रह गया और उसने उसी दिन ज़हर खा लिया। अगले दिन उसकी मौत हो गई।

इतना होने के बाद भी सूदखोर बाज़ नहीं आया, दो दिन पहले वह घर पहुंच कर सिर से छत छीनने की धमकी दे गया। उसकी रोज़-रोज़ की इन्ही हरकतों से ऊब कर आज़म की भाभी रशीदा पत्नी शोएब ने शुक्रवार को ज़हर खा कर अपनी भी ज़िंदगी से किनारा करने का फैसला कर लिया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए हरदोई मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है।

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